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कोलकाता: राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था शब्दाक्षर के विगत दिवस एवं तत्पूर्व दिवस, अनवरत दो दिवस की दो संध्या में, दो कार्यक्रम संपन्न हुए, प्रथम कार्यक्रम आभासी रूप से शब्दाक्षर पत्रिका के लोकार्पण के रूप में अनुष्ठित हुआ तथा विगत दिवस रविवार की संध्या शब्दाक्षर दक्षिण कोलकाता की मासिक काव्य गोष्ठी, 33 शेक्सपियर सारणी कोलकाता के सभागार में आयोजित हुई। शब्दाक्षर पत्रिका के लोकार्पण विभूति विश्वप्रसिद्ध गीतकार डॉ.बुद्धिनाथ मिश्र जी ने पत्रिका का लोकार्पण करते हुए कहा कि किसी साहित्यिक पत्रिका का चार वर्ष से अनवरत निकलना एक उपलब्धि कही जायेगी। लोकार्पण सत्र का संचालन पत्रिका की उपसंपादक अनामिका सिंह ने किया तो काव्य सत्र का संचालन प्रदेश मीडिया प्रभारी पश्चिम बंगाल ईशा गुप्ता ने किया। कार्यक्रम में देश भर के पदाधिकारियों ने जुड़ कर पत्रिका पर अपनी बात रखी तथा स्वयं सृजित कविताएं सुनाई। गीतऋषि डॉ.बुद्धिनाथ मिश्र जी के काव्य पाठ के पश्चात पत्रिका के प्रधान संपादक रवि प्रताप सिंह, धनंजय जयपुरी, अनुज बेचैन, कनकलता तिवारी, संतोष ‘हिन्दवी’, लखन शब्दाक्षरी, पत्रिका संपादक सत्येन्द्र सिंह ‘सत्य’, शशिकांत मिश्रा, डॉ.अंकुर सहाय अंकुर, डॉ. उर्वशी श्रीवास्तव, मानसी सिंह, एवं निशांत सिंह ‘गुलशन’ आदि ने काव्य पाठ किया। काव्य सत्र की अध्यक्षता संत कुमार वाजपेई ‘संत’ ने की तथा संचालन ईशा गुप्ता ने किया।
वहीं रविवार को हुए दक्षिण कोलकाता के जमीनी कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष शब्दाक्षर रवि प्रताप सिंह के प्रधान अतिथित्व में अध्यक्षता हावड़ा जिला अध्यक्ष सुधा मिश्रा द्विवेदी ने की तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में हावड़ा सचिव शकील अहमद व साहित्य सेवी इरफ़ान उपस्थित थे। संचालन आयोजक जिला अध्यक्ष दक्षिण कोलकाता डॉ.उर्वशी श्रीवास्तव ने किया। काव्य पाठ करने वाले रचनाकारों में जीवन सिंह, डॉ.शाहिद फरोगी, ईशा गुप्ता, रंजना झा, सागर शर्मा आजाद, रईस अहमद हैदरी, डॉ.अतुल श्रीवास्तव, अश्विनी झा, नज़ीर राही, परवेज़ अख़्तर, मो. अजहर करीम, एजाज़ अहमद एवं गौरी शंकर दास आदि थे।