लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में पिछले दिनों बारिश के बाद जिस प्रकार से सड़क पर उपद्रव मचाया गया, उस मामले में आरोपी बनाए गए युवक का बड़ा बयान आया है। आरोपी बनाए गए युवक ने स्वतंत्रता दिवस के दिन पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस दौरान पुलिस की ओर से आरोपी बनाए गए युवक ने खुद को बेकसूर बताया। उसने दावा किया कि मौके पर वह मौजूद नहीं था। इसके बाद भी उसे फंसाया गया। उसने कहा कि मेरा नाम पवन यादव है, शायद इसीलिए मुझे फंसाया गया। मेरा नाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शायद इसीलिए लिया। अब इस मामले पर विवाद गहराने लगा है। वहीं, लखनऊ पुलिस की ओर से साफ किया गया है कि पवन यादव को अभी बरी नहीं किया गया है। मामला कोर्ट में चल रहा है। उसके खिलाफ तीन मामले चल रहे हैं। साथ ही, गोमतीनगर प्रकरण में भी पुलिस की ओर से जांच जारी है। पवन यादव को इस मामले में क्लीन चिट नहीं दी गई है।गोमतीनगर छेड़छाड़ का मुद्दा गरमा गया। सोशल मीडिया पर वीडियो को वायरल कर दिया गया। गोमतीनगर पुलिस की ओर से इस मामले में वीडियो वायरल होने के बाद कार्रवाई शुरू की गई। योगी सरकार पर सवाल उठने लगा। विवाद गहराने के बाद सीएम योगी ने विधानसभा में घटना पर बयान दिया। इसमें एक आरोपी पवन यादव को बताया गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। इसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले में कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी।
कोर्ट से मिली बेल
पवन यादव ने इस मामले में अपनी बेगुनाही बताई। हालांकि, पुलिस ने उस पर कोई रियायत नहीं बरती। बाद में कोर्ट से उसे जमानत मिली। गुरुवार को पवन ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। पवन ने कहा कि सपा अध्यक्ष ने मेरी मुसीबत समझी। उन्हें पूरी बात बताई गई। मैं पहले से कह रहा था कि मेरा नाम गलत तरीके से घटना से जोड़ा जा रहा था। मैं पुलिस हिरासत में था। कुछ नहीं कर सकता था। मेरी बात को अखिलेश यादव ने समझी। मुझे बाहर निकलने में मदद की। इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। मुझे इस बात की खुशी है कि मेरी भी कोई सुनने वाला रहा।
पवन ने सीएम योगी आदित्यनाथ के उसका नाम लिए जाने पर कहा कि शायद मेरा नाम पवन यादव है, इसलिए मेरा नाम बोला गया। अधिकारियों ने उनके पास जो रिपोर्ट भेजी होगी, उसके बाद हमारा नाम लिया गया। पवन ने कहा कि मैं वीडियो में हूं ही नहीं। यही सच्चाई है। अधिकारियों को भी इस बात की जानकारी थी। दरअसल, गोमतीनगर कांड में अब तक दो दर्जन से अधिक आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है।