प्रे.स. शिलचर, 2 मार्च: आगामी पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए असम गण परिषद (अगप) की काछाड़ जिला समिति ने एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में अगप के केंद्रीय महासचिव एवं बराक उपत्यका के संगठन प्रभारी सुनील डेका विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में संगठन को मजबूत करने, चुनावी रणनीति तय करने और जनता के बीच पार्टी की पकड़ को और मजबूत करने पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में अगप के केंद्रीय महासचिव के.एच. विमलेंदु सिंह, केंद्रीय सचिव सुजीत देव, काछाड़ जिला अध्यक्ष कबीर अहमद बरभूइया, जिला सचिव मणितन सिंह और सुजीत शर्मा, अल्पसंख्यक परिषद की महासचिव आयशा सुल्ताना चौधरी, असम युवा परिषद के सचिव नेकबूब हुसैन लश्कर, अल्पसंख्यक परिषद के संगठन सचिव अब्दुल कय्यूम मজुमदार, युवा परिषद के काछाड़ जिला अध्यक्ष सौरव देव और अल्पसंख्यक परिषद के जिला अध्यक्ष हैदर हुसैन लश्कर सहित कई वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए सुनील डेका ने कहा कि “अगप जनता की आकांक्षाओं की पार्टी है और हमेशा असम के लोगों के हितों के लिए संघर्ष करती रही है। आगामी पंचायत चुनाव में पार्टी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएगी और मित्र गठबंधन सरकार की ओर से विकास कार्यों को जनता तक पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभाएगी।”
वहीं, केंद्रीय नेता के.एच. विमलेंदु सिंह ने कहा कि “अगप की असली ताकत जनता है, और जनता के विश्वास के साथ ही संगठन आगे बढ़ सकता है। पार्टी कार्यकर्ताओं को जनता की समस्याओं के समाधान के लिए सक्रिय रहना होगा।”
काछाड़ जिला अध्यक्ष कबीर अहमद बरभूइया ने कहा कि “भाजपा-अगप गठबंधन ने असम में विकास की नई धारा बहाई है। स्वास्थ्य, शिक्षा और सड़क संपर्क में व्यापक सुधार हुआ है। इन उपलब्धियों को ध्यान में रखते हुए पंचायत चुनाव में गठबंधन उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित की जाएगी।”
इस अवसर पर केंद्रीय समिति के सदस्य नंदमोहन सिंह, सोनाई विधानसभा परिषद के अध्यक्ष सिहाबुद्दीन बरभूइया, कटिगोरा विधानसभा परिषद के अध्यक्ष मौलाना मुस्तफिजुर रहमान, उदारबंद विधानसभा परिषद के सचिव अमित ऐंदो, लक्षीपुर विधानसभा परिषद के अध्यक्ष शांत सिन्हा, अनिल दास, रूपेश सिन्हा, जमील बरभूइया, चंदन दास, आकाश यादव, दीप भट्टाचार्य, दीपन भट्टाचार्य, मोमिनुल हक बरभूइया, रुमिम मजारभूइया, सुब्रत चंद सहित अन्य कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
बैठक में पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर विस्तृत रणनीति बनाई गई और बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए।