कोलकाता. पश्चिम बंगाल कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सीएम ममता बनर्जी पर बड़ा हमला किया है. उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि ममता गुप्त रुप से भाजपा व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दलाली व पैरवी कर रही है. यही वजह है कि पश्चिम बंगाल में दोनों गठबंधन सहयोगियों के बीच समझौता नहीं हो सका.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया है कि मौजूदा पश्चिम बंगाल सरकार दो समुदायों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश करती है. लोकसभा में विपक्ष के नेता व बेरहामपुर सीट से पांच बार के सांसद ने यह भी कहा कि टीएमसी यह साबित करने के लिए अपने सभी संसाधनों का इस्तेमाल कर रही है. इस बार सत्ताधारी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. टीएमसी ने बेरहामपुर सीट से पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान को मैदान में उतारा है. अधिक तरजीह दी जानी चाहिए क्योंकि वह अल्पसंख्यक समुदाय से हैं और मैं हिंदू समुदाय से हूं. वहीं दूसरी ओर टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने राज्य में विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के तहत सीट बंटवारा नहीं होने के लिए पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी जिम्मेदार ठहराया. बनर्जी ने कहा कि टीएमसी बंगाल में कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे चाहती थी ताकि इंडिया गठजोड़ एक साथ लड़ सके. उन्होंने पूछा कि कांग्रेस माक्र्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के साथ क्यों गई. जो लंबे समय से राज्य में उसकी कट्टर दुश्मन है और इस गठजोड़ के लिए चौधरी को दोषी ठहराया. अभिषेक बनर्जी ने बहरामपुर से टीएमसी उम्मीदवार यूसुफ पठान के समर्थन में यहां रोड शो करने के बाद कहा कि बंगाल में इंडिया गठबंधन के आकार नहीं लेने का एकमात्र कारण अधीर रंजन चौधरी हैं. पठान का मुकाबला इस सीट पर कांग्रेस के चौधरी से है. विपक्षी गठबंधन के गठन के बाद से ही माकपा ने स्पष्ट कर दिया था कि वह बंगाल में भाजपा व टीएमसी दोनों के खिलाफ लड़ेगी. चौधरी लगातार पांच बार से इस सीट से सांसद हैं और वह छठी बार फिर से मैदान में हैं. वहीं भाजपा ने निर्मल कुमार साहा को टिकट दिया है. इस सीट पर 13 मई को चुनाव होना है.