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समा. एजेंसी नई दिल्ली 10 अगस्त: फरीदाबाद के चांदपुर के एक अनाथालय में रह रही बच्चियों का यौन शोषण और मारपीट करने के आरोप में दो पादरी, एक महिला केयरटेकर और अनाथालय चलाने वाली सोसाइटी पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने बुधवार को आरोपियों से पूछताछ कर एक मोबाइल फोन जब्त किया है, जिसे जांच के लिए गुरुवार को गुरुग्राम के लैब में भेजा जाएगा।
बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के अध्यक्ष श्रीपाल ने इस संबंध में छांयसा थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले उन्हें चांदपुर स्थित चाइल्ड केयर इंस्टिट्यूट अनाथालय में रहने वाली बच्चियों के साथ मारपीट, शोषण, खान-पान का ध्यान नहीं रखे जाने समेत अन्य शिकायतें मिली थीं। मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की गई। टीम में सीडब्ल्यूसी के सदस्य सुनील यादव, बाल संरक्षण अधिकारी गरिमा सिंह तोमर, करोली के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार को शामिल किया गया। 19 जुलाई की शाम चार बजे टीम ने अनाथालय का औचक निरीक्षण किया। वहां रह रही बच्चियों और पदाधिकारियों से बात की गई।
इस दौरान कई बातें संदिग्ध मिलीं। लिहाजा पुलिस थाने में इसी दिन रात को शिकायत दी गई। छांयसा थाना की पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। इसके बाद पोक्सो एक्ट और बच्चियों से क्रूरता करने की धाराओं में अनाथालय चलाने वाली सेंट जोसेफ सर्विस सोसाइटी, सान जो पुरम (एसजेएस), दो पादरी और केयरटेकर के खिलाफ 29 जुलाई को मुकदमा दर्ज किया गया।
मामला सोशल मीडिया पर वायरल
अनाथालय में बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार का मामला बुधवार सुबह सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इससे लोगों में सनसनी फैल गई। सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोग आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे। लोगों ने कहा कि सरकार को बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
आपत्तिजनक तस्वीर मिली।
सीडब्ल्यूसी के सदस्य सुनील यादव ने बताया कि अनाथालय में रहने वाली बच्चियों ने जांच के दौरान कहा कि यहां की महिला केयरटेकर मारपीट करती है। वह बच्चियों के फोटो खींचकर उसे संस्था के दो पादरी को भेजती है। बच्चियों ने यह भी आरोप लगाया कि रात में जब वह सो जाती हैं तो सुबह उनके कपड़े अस्त-व्यस्त मिलते हैं। सुनील यादव ने बताया कि बच्चियों से बात करने के बाद जांच टीम ने अनाथालय की केयरटेकर से बात की, उनके मोबाइल फोन में बच्चियों की एक आपत्तिजनक तस्वीर मिली। इसके बाद उसके मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया।
जांच टीम को बंधक बनाने का आरोप
सीडब्ल्यूसी के सदस्य सुनील यादव का आरोप है कि टीम जब अनाथालय का निरीक्षण कर लौटने लगी तो महिला केयरटेकर ने अपना मोबाइल फोन मांगा। टीम की ओर से जांच के बाद मोबाइल वापस करने की बात कही तो वहां के पदाधिकारी और कर्मचारी भड़क गए। उन्होंने जांच टीम को बंधक बना लिया। साथ ही अनाथालय का मेन गेट बंद कर दिया। इसके बाद टीम के सदस्यों ने डायल-112 पर कॉल कर पुलिस बुलाई। पुलिस के आने के बाद उन्हें वहां से बाहर जाने दिया
गया।
अनाथालय में रह रहीं 30 बच्चियां
सीडब्ल्यूसी के सदस्य सुनील यादव ने बताया कि अनाथालय में छह साल से करीब 17 साल तक उम्र की 30 बच्चियां रह रही हैं। इनमें से चार बच्चियों में से किसी की मां या किसी के पिता भी यहां रह रहे। बाकी के बच्चे अनाथ अवस्था में रह रहे । आरोप है कि संस्था में उनके खान-पान में भी दोहरा व्यवहार किया जाता है। पुलिस मोबाइल फोन की जांच कर रही पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि बाल संरक्षण समिति की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया। मामले में जांच जारी है। केयरटेकर से जब्त मोबाइल का डाटा मिलने के बाद कई जरूरी जानकारियां मिल सकेंगी। उसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को आरोपियों से पूछताछ की गई। हालांकि, पूछताछ में क्या पता चला उसकी जानकारी उन्होंने नहीं दी ।