105 Views
विधायक खलील उद्दीन मजूमदार ने पार्टी अनुशासन का उल्लंघन किया है
शिलचर, 12 अप्रैल: पंचायत चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। लक्ष्मीपुर विधानसभा क्षेत्र के लक्ष्मीनगर-दिलखोश जिला परिषद सदस्य पद के लिए कांग्रेस प्रत्याशी रुजलीना रंगपुई मार पर नामांकन पत्र वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। वह फिलहाल उपलब्ध नहीं हैं। वह फिलहाल लापता है। उन पर विभिन्न तरीकों से दबाव डाला जा रहा है तथा नामांकन वापस लेने की धमकी दी जा रही है। सिर्फ उन पर ही नहीं, अन्य हिंदू उम्मीदवारों पर भी दबाव डाला जा रहा है। दीवान-पालैरबंद जिला परिषद निर्वाचन क्षेत्र के कांग्रेस उम्मीदवार मनोज ग्वाला पर अपना नामांकन पत्र वापस लेने का दबाव बनाया गया है। मनोज ग्वाला ने वर्तमान शिलचर जिला कांग्रेस कमेटी में शरण ले ली है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष अभिजीत पाल ने सोमवार को शिलचर जिला कांग्रेस भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 24 जिला परिषद सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। उन्होंने दो जिला परिषद सीटों के लिए उम्मीदवार नहीं खड़े किये। उन्होंने किसी अन्य उम्मीदवार का नाम प्रस्तावित नहीं किया। उन्होंने इस संबंध में सारी बातें हाईकमान और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को भेज दी हैं। उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर-श्रीकोना जिला परिषद की सीटें खोल दी गई हैं। दो कांग्रेस उम्मीदवार, फरीदा परवीन लस्कर और दिलावर लस्कर, स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा, नजराना बेगम शालचापरा-मोहनपुर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगी। इन दोनों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार जीतेंगे। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस उम्मीदवार हार गया तो वह 11 मई को अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देंगे।
आज एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कटिगढ़ विधायक खलील उद्दीन मजूमदार की भूमिका पर अपना गुस्सा जाहिर किया। विधायक खलील उद्दीन मजूमदार को सोशल मीडिया पर बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। विधायक खलील उद्दीन मजूमदार ने पार्टी अनुशासन का उल्लंघन किया है।
अभिजीत ने कहा कि मुख्यमंत्री पिछले एक साल से पंचायत चुनाव कराने में देरी कर रहे हैं। उन्होंने अपनी इच्छानुसार पंचायत स्तर पर परिसीमन किया है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को तैयारी करने से रोकने के लिए बहाने बनाये हैं। कांग्रेस के खिलाफ तरह-तरह के दुष्प्रचार फैलाये गये हैं। उन्होंने कहा कि जिला परिषद के लिए 150 उम्मीदवार और एपी सदस्य पद के लिए 350 दावेदार हैं। इसलिए टिकट वितरण में कुछ जटिलताएं आईं। आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में अन्य लोगों के अलावा
पूर्व विधायक अमीनुल हक लस्कर, असम प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष अरुण दत्त मजूमदार और शरीफुज्जमां लस्कर, मीडिया प्रभारी देवदीप दत्त, महासचिव सूर्यकांत सरकार और सजल बनिक, लॉ सेल अधिकारी अब्दुल हई लस्कर, अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष अंसार हुसैन लस्कर, निशिकांत सरकार, कुशल दत्त, अर्क साहा और अन्य।





















