वाशिंगटन/नई दिल्ली.भारत और अमेरिका के बीच रक्षा व्यापार लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी कड़ी में दोनों देशों ने एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत भारत अमेरिका से अत्याधुनिक किलर ड्रोन खरीदेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस महत्वपूर्ण डील को अंतिम रूप दिया है.
भारत कुल 31 MQ-9B रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट ड्रोन खरीदेगा, जिनमें से 16 स्काई गार्जियन और 15 सी गार्जियन मॉडल शामिल हैं. इस डील की कुल कीमत लगभग 3 अरब डॉलर बताई जा रही है.
इसके अलावा, दोनों देशों ने इंडिया-अमेरिका डिफेंस इंडस्ट्रियल को-ऑपरेशन रोडमैप को भी मंजूरी दी है. इस रोडमैप के तहत दोनों देश जेट इंजन, गोला-बारूद और ग्राउंड मोबिलिटी सिस्टम जैसे भारी उपकरणों और हथियारों के निर्माण पर संयुक्त रूप से काम करेंगे. इसके अलावा, लिक्विड रोबोटिक्स और भारत के समुद्री रक्षा इंजीनियरिंग में मानवरहित सतही वाहनों के उत्पादन पर भी जोर दिया जाएगा.
क्वाड सम्मेलन के बाद हुई द्विपक्षीय बैठक में मोदी और बाइडेन ने भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत बताया. दोनों नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रों में साझेदारी को और गहरा करने के उपायों पर चर्चा की. बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र के वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी बातचीत की गई, जिसमें रूस-यूक्रेन युद्ध और मोदी की हालिया यूक्रेन यात्रा शामिल थी.
बैठक में लॉकहीड मार्टिन और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड के बीच सी-130जे सुपर हरक्यूलिस विमान पर टीमिंग समझौते की भी सराहना की गई. यह समझौता भारतीय बेड़े और सी-130 सुपर हरक्यूलिस विमान के वैश्विक भागीदारों के लिए एक नई रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल सुविधा स्थापित करेगा. यह समझौता अमेरिका-भारत रक्षा और एयरोस्पेस सहयोग में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो दोनों देशों के बीच बढ़ती रणनीतिक और प्रौद्योगिकी साझेदारी को दर्शाता है.