दिल्ली. अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा के नजदीक रोड प्रोजेक्ट पर काम कर रहे 19 मजदूर अचानक लापता हो गए. इनमें से एक मजदूर का शव मिला है, वहीं 18 अन्य मजदूर अभी भी लापता हैं. ये मजदूर कुरुंग कुमे जिले में एक रोड प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे. 5 जुलाई के बाद से इन 19 मजदूरों का कुछ पता नहीं चल पा रहा था.
जानकारी के अनुसार अब जिले के डिप्टी कमिश्नर ने बताया है कि एक मजदूर का शव बरामद कर लिया गया है. बाकी 18 की तलाश जारी है. भारत और चीन की सरहद के पास कुरुंग कुमे जिले में एक अंदरूनी इलाका है दामिन. वहां पर एक सड़क परियोजना पर सड़क सीमा संगठन की निगरानी में काम किया जा रहा है.
डिप्टी कमीश्नर ने बताया कि सड़क बनाने के लिए ठेकेदार असम से 19 मजदूरों को लेकर आया था. जिला मुख्यालय कोलोरियांग से यह इलाका 150 किमी की दूरी पर स्थित है. हमें 13 जुलाई को यह जानकारी मिली कि सभी मजदूर वर्क साइट से लापता हैं. इसके तुरंत बाद हमने तलाशी अभियान शुरू किया. आसपास के जंगलों और अन्य रास्तों में तलाशी लेने के बावजूद उनका पता नहीं चला. सोमवार को उन मजदूरों में से एक का शव फुरक नदी से बरामद किया गया था.
गौरतलब है कि बीआरओ पूर्वोत्तर के इलाकों में ढांचागत परियोजनाओं का एक विशाल नेटवर्क तैयार कर कर रहा है. इसी के तहत दामिन में काम कराने के लिए मजदूरों को लाया गया था. जिला उपायुक्त बेंगिया निघी ने बताया कि 5 जुलाई के बाद से दामिन में काम कर रहे 19 मजदूर लापता हो गए. इनमें से ज्यादातर असम के रहने वाले हैं.
एक पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि मजदूरों ने ठेकेदार से ईद का त्योहार मनाने के लिए छुट्टी मांगी थी लेकिन ठेकेदार ने कथित तौर पर मना कर दिया. इसके बाद ये मजदूर पैदल ही निकल गए और कुरुंग कुमे के घने जंगलों में गुम हो गए. अधिकारी ने बताया कि 18 मजदूरों का अभी कुछ पता नहीं चल पा रहा है.
वहीं स्थानीय रिपोट्र्स में आशंका जताई जा रही है कि ये संभवत: नदी की बाढ़ में बह गए थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि लापता मजदूरों को खोजने और नदी में बहने की खबरों की पुष्टि के लिए बचाव दल भेजा जाएगा.