हाइलाकांदी, 17 फरवरी (प्रेरणा भारती): असम गण परिषद (AGP) ने अलगापुर-काटलीछोड़ा विधानसभा क्षेत्र को फिर से अपने कब्जे में लेने के लिए पूरी ताकत झोंकने का ऐलान किया है। पार्टी के हाइलाकांदी जिला अध्यक्ष अबुल फजल बड़भुइया ने कहा कि आगामी पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ गठबंधन में चर्चा के बाद हाइलाकांडी जिले में जिला परिषद और क्षेत्रीय पंचायत स्तर पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
पूर्व मंत्री मयनुल हक चौधरी को सम्मान नहीं मिला: अबुल फजल बड़भुइया
AGP की जिला इकाई द्वारा आयोजित एक बैठक में अबुल फजल बड़भुइया ने कांग्रेस पार्टी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि “कांग्रेस ने बराक घाटी के विकास पुरुष स्वर्गीय मयनुल हक चौधरी को उचित सम्मान नहीं दिया।” उन्होंने कहा कि मयनुल हक चौधरी केंद्रीय मंत्री के रूप में अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए, क्योंकि कांग्रेस ने उन्हें पर्याप्त समर्थन नहीं दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा उन नेताओं को आगे बढ़ने से रोका, जो वास्तविक विकास कार्यों पर जोर देते थे। उन्होंने कहा कि “अब समय आ गया है कि हाइलाकांडी के लोग अपने हक की लड़ाई लड़ें और इस क्षेत्र को फिर से असम गण परिषद के हाथों में सौंपें।” उन्होंने स्वर्गीय शहीदुल आलम चौधरी की याद दिलाते हुए कहा कि हाइलाकांडी की जनता को न्याय दिलाने के लिए इस सीट को फिर से AGP के कब्जे में लाने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं।
पंचायत चुनाव और 2026 विधानसभा चुनाव के लिए संगठन को मजबूत करने की तैयारी
अबुल फजल बड़भुइया ने कहा कि आगामी पंचायत चुनाव और 2026 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को कोई रोक नहीं सकता, क्योंकि संगठन को जमीनी स्तर पर बेहद मजबूत किया जा रहा है। हाइलाकांडी में AGP की युवा शाखा, महिला शाखा और छात्र परिषद का गठन करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिला अध्यक्ष की अध्यक्षता में कई वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया।
इस बैठक में AGP अल्पसंख्यक परिषद की केंद्रीय महासचिव आयशा सुल्ताना चौधरी ने कांग्रेस और AIUDF (ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि इन दोनों दलों की अवहेलना और लापरवाही की वजह से जिले की जनता कई सुविधाओं से वंचित रही।
आयशा सुल्ताना चौधरी ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान जनता को भ्रष्टाचार और कुशासन झेलना पड़ा। उन्होंने 1985 के असम आंदोलन की याद दिलाते हुए कहा कि “हमारे 855 शहीदों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। असम गण परिषद हमेशा से ‘जाति, माटी, बेटी’ की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रही है।”
AIUDF विधायकों पर विधानसभा सीट खत्म करने का आरोप
बैठक में चर्चा के दौरान यह भी आरोप लगाया गया कि हाइलाकांडी जिले में पहले तीन विधानसभा सीटें थीं, लेकिन अब एक सीट को समाप्त कर दिया गया है। AGP नेताओं ने इसके लिए AIUDF के विधायकों को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि “यदि स्वर्गीय शहीदुल आलम चौधरी जीवित होते, तो यह विधानसभा क्षेत्र कभी खत्म नहीं होता।”
महिला सशक्तिकरण और भाजपा के साथ गठबंधन पर जोर
AGP की करीमगंज जिला महिला अध्यक्ष अर्चना दत्ता ने कहा कि पार्टी की विचारधारा राज्य के समग्र विकास पर केंद्रित है और इसी लक्ष्य के तहत भाजपा के साथ गठबंधन में काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “AGP-BJP गठबंधन पर कांग्रेस और AIUDF जो आरोप लगाते हैं, वे निराधार हैं।”
उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य में महिला सशक्तिकरण से जुड़े कई सरकारी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया गया है।
AGP कार्यकर्ताओं से पंचायत चुनाव की तैयारी में जुटने का आह्वान
अर्चना दत्ता ने कहा कि असम गण परिषद पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष पार्टी है, और उन्होंने इस पार्टी के साथ काम करके गर्व महसूस करने की बात कही। उन्होंने हाइलाकांडी में विकास की गति तेज करने के लिए आगामी पंचायत चुनाव की तैयारी में तेजी लाने का आह्वान किया।
बैठक में पार्टी के कई केंद्रीय और जिला स्तरीय नेता उपस्थित थे, जिनमें आयशा सुल्ताना चौधरी, छात्र परिषद के महासचिव मुकुट दास, विकास कलिता, उज्ज्वल तालुकदार, युवा परिषद के महासचिव नजरुल हुसैन बड़भुइया, करीमगंज महिला इकाई की अध्यक्ष अर्चना दत्ता और अन्य कई गणमान्य लोग शामिल थे।
इस अवसर पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सम्मानित किया गया, और उन्हें उत्तरिय भेंट कर अभिनंदन किया गया। बैठक के दौरान सभी नेताओं ने आगामी पंचायत चुनाव की तैयारियों को मजबूत करने पर जोर दिया।




















