बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों में तोड़फोड़ और कई अन्य जिलों में छह हिंदुओं की हत्या करने, मठ-मंदिरों पर हमले के विरोध में काछाड़ जिला मुख्यालय शहर शिलचर, करीमगंज और हाइलाकांदी जिला मुख्यालय में आज विरोध प्रदर्शन किया गया। विहिप और अन्य हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने विरोध मार्च का भी आयोजन किया।
शिलचर में सुभाष नगर मैदान से एक विशाल बाइक रैली शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची। चेनकुड़ी रोड, नेशनल हाईवे, हाइलाकांदी रोड, रंगिरखारी, हॉस्पिटल रोड, शिलांग पट्टी होते हुए विशाल रैली शहीद खुदीराम की मूर्ति के पास आकर समाप्त हुई। रैली में बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में और हिंदू एकता के समर्थन में नारे लगाए जा रहे थे। जहां एक सभा के माध्यम से बांग्लादेश के साथ साथ मुस्लिम समाज को भी चेतावनी दी गई की बांग्लादेश में हो रही घटनाओं का यदि भारत के मुसलमानों ने विरोध नहीं किया तो यह समझा जायेगा कि वे भी उनका समर्थन कर रहे हैं। उपरोक्त वक्तव्य रखते हुए विश्व हिंदू परिषद के संगठन मंत्री पूर्णचंद मंडल ने प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप करते हुए शेख हसीना सरकार पर उचित कार्रवाई के लिए दबाव बनाने की अपील की। अन्य वक्ताओं में भारत सेवाश्रम संघ के स्वामी मृण्मयानंद जी महाराज, मिठुन नाथ, शांतनु नायक सहित कई साधु संतों ने भी अपने वक्तव्य में बांग्लादेश को इस तरह की हरकतों से बाज आने की चेतावनी दी।
रैली में उपस्थित प्रमुख कार्यकर्ताओं में परिषद के प्रांतीय सभापति शांतनु नायक, हिंदू जागरण मंच के क्षेत्रीय संगठन मंत्री विजयपाल, संजीव सिन्हा सुभाष भट्टाचार्य, विश्व हिंदू परिषद के रतीश दास, अन्य प्रमुख कार्यकर्ताओं में सुभ्रांशु शेखर भट्टाचार्य, गोपाल राय, श्रीमती स्निग्धा दास आदि शामिल थे। सभा का संचालन परिषद के कार्यकर्ता आशीष जी ने किया।
आज श्रीभूमि (करीमगंज जिले) में विहिप के नेतृत्व में करीमगंज शहर के एओसी प्वाइंट से विरोध मार्च निकाला गया। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना समेत देश के कट्टरपंथियों के खिलाफ भारत-बांग्लादेश के सीमावर्ती इलाके में जमकर नारेबाजी की। नारेबाजी की आवाज पड़ोसी देश बांग्लादेश के लोगों ने भी सुनी होंगी। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए हिंसक घटनाओं में शामिल लोगों को फांसी देने की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसा
नहीं होने पर भारत के हिंदू बांग्लादेश के खिलाफ बड़ा आंदोलन चलाने के लिए मजबूर होंगे। प्रदर्शनकारियों ने भारत में सभी तरह के बांग्लादेशी वस्तुओं के बहिष्कार के साथ ही देश के साथ आयात-निर्यात बंद करने की भी मांग की है।
करीमगंज जिले में विरोध मार्च एओसी प्वाइंट और स्टेशन रोड, ब्रिज रोड, कालीबाड़ी रोड से होकर बांग्लादेश सीमा पर कुसियारा नदी के विसर्जन घाट तक गया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बजरंग दल और भाजपा के करीमगंज जिले के पदाधिकारियों के साथ ही अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया।
हाइलाकांदी शहर के आदि कालीबाड़ी मंदिर परिसर से विरोध मार्च शुरू हुआ। जुलूस शहर के मुख्य सड़क से होते हुए स्थानीय नेताजी चौक पर पहुंचकर समाप्त हुआ। बाद में प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ज्ञापन
प्रेषित किया। असम सरकार के पूर्व मंत्री गौतम राय भी प्रदर्शन में शामिल हुए।