873 Views
अमिताभ जी के साथ ये जो कलाकार नज़र आ रहा है इनका नाम है अशरफुल हक। अब ये इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन इस दुनिया से जाने से पहले अशरफुल हक चंद फिल्मों में कुछ छोटे लेकिन दमदार किरदार अदा करके गए हैं। अशरफुल हक असम के गोलपाड़ा ज़िले के रहने वाले थे। 3 नवंबर 1969 को अशरफुल का जन्म गोलपाड़ा के किस्मतपुर इलाके में हुआ था। यानि आज अशरफुल हक का जन्मदिवस। है।
स्कूल के दिनों से ही अशरफुल एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज़ में हिस्सा लेते रहते थे। स्कूल में होने वाले ड्रामों में ये हमेशा आगे रहते थे। और फिर कॉलेज में भी ये ड्रामा टीम का अहम मेंबर बन गए थे। गोलपाड़ा के स्थानीय नाटककारों के साथ मिलकर भी ये नाट्य जगत में एक्टिव रहा करते थे। और आखिरकार अभिनय की विधिवत शिक्षा लेने के लिए साल 1995 में अशरफुल ने रुख किया देश की राजधानी दिल्ली में मौजूद एनएसडी यानि नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा का।
अपने करियर में इन्होंने पूरे 30 नाटकों में काम किया था। जो कि अपने आप में एक बड़ी बात है। और लगभग इतनी ही फिल्मों में भी अशरफुल हक ने अपने एक्टिंग स्किल्स भी दिखाए थे। हालांकि अशरफुल को ज़्यादातर नशेड़ी या फिर चोर-डकैत वाले किरदार ही मिले। और वो भी ऐसे किरदारों को बिना किसी परेशानी के खूबसूरती से निभाते चले गए। फिल्मों के अलावा अशरफुल कुछ टीवी शोज़ में भी दिखे थे।
और ये भी इत्तेफाक ही है कि अशरुफ ने पहली दफा सब गोलमाल है नाम के एक टीवी शो में ही एक्टिंग की थी। इसके बाद अजय देवगन की फिल्म दिल क्या करे से इनका फिल्मी करियर भी शुरु हो गया। साल 1999 में रिलीज़ हुई इस फिल्म में अशरफुल चंद्रचूड सिंह के असिस्टेंट बने थे।
अशरफुल का करियर ठीक ठाक चल रहा था। लेकिन तभी साल 2013 में पता चला कि इन्हें माइलोडिसप्लास्टिक सिंड्रोम नाम की एक दुर्लभ बीमारी है जो इनकी हड्डियों में मौजूद बोन मैरो को खत्म कर रही है। काम के साथ-साथ अशरफुल इस बीमारी का इलाज भी करा रहे थे। लेकिन वक्त के साथ इनकी ये बीमारी बढ़ती ही चली गई।
फिर साल 2015 की फरवरी में एक दिन इनकी तबियत अचानक बहुत ज़्यादा बिगड़ गई। आनन-फानन में इन्हें मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। तीन दिनों तक ये वेंटिलेटर पर रहे। लेकिन फिर 17 फरवरी 2015 को महज़ 46 साल की उम्र में अशरफुल हक ज़िंदगी की जंग हार गए।
फेसबुक वॉल से साभार