प्रे.स. शिलचर 26 जनवरी- गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, केंद्र सरकार ने प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। इस वर्ष असम के प्रसिद्ध कलाकार और नर्तक जतिन गोस्वामी को कला के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा, असम के चार प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को पद्म श्री पुरस्कार से नवाजा जाएगा। इनमें चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले डॉ. रेबकांत महंत, सामाजिक कार्यकर्ता अनिल कुमार बारो, साहित्यकार गीता उपाध्याय, और लोक संस्कृति के संरक्षक जॉयनाचरण बाथरी शामिल हैं।
देशभर से चुने गए अन्य पद्म श्री सम्मानित व्यक्तियों में गोवा के 100 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी लीबिया लोबो सरदेसाई, पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध ढाक कलाकार गोकुल चंद्र देव, और भारत की पहली महिला कठपुतली कलाकार भी शामिल हैं।
लीबिया लोबो सरदेसाई, जिन्होंने गोवा के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, को यह सम्मान दिया जाएगा। वर्ष 1955 में उन्होंने पुर्तगाली शासन के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए ‘वॉयस ऑफ फ्रीडम’ नामक एक भूमिगत रेडियो स्टेशन स्थापित किया था, जिससे स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा मिली।
ढाक कलाकार गोकुल चंद्र देव को भी इस वर्ष पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने पश्चिम बंगाल में ढाक वादन को एक नई पहचान दी और 150 महिलाओं को इस पारंपरिक कला में प्रशिक्षित कर पुरुष-प्रधान समाज में एक मिसाल कायम की है।
भारत सरकार द्वारा घोषित इन पुरस्कारों में कला, चिकित्सा, सामाजिक कार्य और स्वतंत्रता संग्राम जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया है।





















