नलबाड़ी (असम), 4 मार्च। राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री और आदर्शवादी नेता रमनी बर्मन का सोमवार सुबह निधन हो गया। वे काफी समय से बीमार चल रहे थे। बर्मन ने नलबाड़ी स्थित अपने किराए के घर में अपनी अंतिम सांस ली।
सादगीपूर्ण जीवनशैली के लिए मशहूर व आदर्शवादी नेता रमनी बर्मन ने तत्कालीन मुख्यमंत्री गोलाप बोरबोरा की सरकार में असम के शिक्षा मंत्री और गृह राज्य मंत्री जैसे महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन किया था। पूर्व शिक्षा मंत्री और अनुभवी राजनेता प्रोफेसर रमानी बर्मन अपने जीवन के अंतिम समय तक किराए के घर रहे। सोमवार की सुबह बर्मन ने अपने घर में अंतिम सांस ली। रमनी बर्मन के निधन से नलबाड़ी सहित पूरे असम में शोक की लहर दौड़ गयी है।
बर्मन नलबाड़ी कॉलेज में प्रोफेसर थे लेकिन बाद में वे राजनीति में आ गए। प्रोफेसर रमनी बर्मन वर्ष 1978 के चुनाव में धर्मपुर विधानसभा से विधायक चुने गए थे। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी दिवंगत मंत्री भूमिधर बर्मन को 3363 मतों से हराया था। सक्रिय राजनीति में आने के बाद बर्मन एनएफ रेलवे मजदूर यूनियन और नलबाड़ी शहीद मुकुंद ककाती सिविल अस्पताल सुरक्षा फोरम से जुड़ गए थे। रमनी बर्मन एक आदर्शवादी व अडिग राजनेता के रूप में जाने जाते थे। रमनी बर्मन के छोटे बेटे की वर्ष 1995 में हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।