सीनियर अधिकारी ने कहा कि फरार कैदियों को गिरफ्तार करने के लिए तलाश अभियान चल रहा है। देवाशीष शर्मा ने कहा कि इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
असम की मोरीगांव जिला जेल से 5 विचाराधीन कैदी फरार हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मोरीगांव के जिला आयुक्त देवाशीष शर्मा ने बताया कि कैदियों के जेल से भागने की घटना रात 1 और 2 बजे के बीच हुई। उन्होंने कहा, ‘पांचों विचाराधीन कैदी बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम (POCSO) के तहत आरोपी हैं। उन्हें मोरीगांव और सोनितपुर जिलों से गिरफ्तार किया गया था।’ शर्मा ने बताया कि यह घटना शुक्रवार की है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि कैदियों ने लोहे की सलाखें तोड़ दी। इसके बाद चादर, कंबल और लुंगी को रस्सी के रूप में इस्तेमाल कर जेल की 20 फुट ऊंची दीवार से नीचे उतर गए।
सीनियर अधिकारी ने कहा कि फरार कैदियों को गिरफ्तार करने के लिए तलाश अभियान चल रहा है। देवाशीष शर्मा ने कहा कि इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जांच में यह भी पता लगाया जाएगा कि जेल सुरक्षाकर्मियों की ओर से कोई चूक तो नहीं हुई थी। ऑफिसर ने बताया, ‘इन पांच लोगों में तीन के खिलाफ लहरीघाट थाने में मामले दर्ज हैं, जबकि अन्य 2 को मोइराबारी और तेजपुर थाना क्षेत्रों से गिरफ्तार किया गया था।’
रायपुर सेंट्रल जेल में कैद फरार हुआ विचाराधीन बंदी
वहीं, छत्तीसगढ़ के रायपुर सेंट्रल जेल में कैद एक विचाराधीन बंदी फरार हो गया। बुधवार 9 अक्टूबर को उसे कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। इसी दौरान वह पुलिस आरक्षक को चकमा देकर मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना के बाद महकमे में हड़कंप मच गया। फरार कैदी की तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। पुलिस को चकमा देकर फरार हुए इस आरोपी का नाम संजय भट्टाचार्य है। कैदी भागते वक्त आरक्षक शिवम दिवेदी का मोबाइल भी अपने साथ लेकर फरार हो गया है। आरक्षक के मुताबिक, जब कैदी ने भागने की कोशिश की, तो उसने उसे पकड़ने के लिए दौड़ लगाई और चिल्लाते हुए मदद की गुहार लगाई।