गुवाहाटी, 19 जून (हि.स.)। असम समेत पूरे पूर्वोत्तर और पड़ोसी देश भूटान में पिछले एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश के चलते स्थिति धीरे-धीरे गंभीर होती जा रही है। असम के 18 जिले बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। कई नदियों के तटबंध टूट गए हैं। सड़कों को भी नुकसान हुआ है। प्रशासन पूरी तत्परता के साथ बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से 18 जिलों में आई बाढ़ के आज (सोमवार) शाम आंकड़े जारी किए गये हैं। राज्य की एक नदी एक स्थान पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इनमें कपिली नदी (कामपुर) शामिल हैं।
बाढ़ प्रभावित 18 जिलों में 15 ग्रामीण, 3 शहरी और 3 ऐसे जिले हैं, जिसके शहरी और ग्रामीण देनों क्षेत्रों में बाढ़ आई है। बाढ़ प्रभावित ग्रामीण जिलों में बिश्वनाथ, चिरांग, दरंग, धेमाजी, धुबड़ी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, होजाई, कोकराझार, लखीमपुर, नगांव, नलबाड़ी, शोणितपुर, तामुलपुर और उदालगुड़ी शामिल हैं। वहीं छह जिलों के शहरी क्षेत्र कछार, दरंग, जोरहाट, कामरूप (मेट्रो), कोकराझार और नलबाड़ी जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी हैं। बाढ़ से 38 राजस्व सर्किल अंतर्गत 444 गांवों के 30729 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से कुल 4741.23 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ प्रभावितों के लिए कुल 25 राहत शिविर स्थापित किये गये हैं, जबकि 25 राहत वितरण केंद्र खोले गए हैं। बाढ़ से राज्य के कुल 84711 पशु धन प्रभावित हुए हैं। इसमें बड़े पशुओं की कुल संख्या 44438, छोटे 23492 तथा 16781 कुक्कुट शामिल हैं।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के साथ ही मेडिकल टीमें भी तैनात की गयी हैं। आज बाढ़ प्रभावितों के बीच खाद्य सामग्रियों का वितरण किया गया। जिसमें 11.24 क्विंटल चावल, 2.07 क्विंटल दाल, 0.62 क्विंटल नमक, 52.81 लीटर सरसों का तेल, पशुओं के लिए गेंहू का चोकर 530 क्विंटल और चावल की भूसी 221.95 क्वींटल शामिल हैं।
राज्य सरकार की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में सभी तरह के आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।