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दुमदुमा प्रेरणा भारती 9 दिसंबर: असम में हाल ही में पंचायत चुनाव होना है और 2026 में विधानसभा चुनाव। इसको मद्देनजर रखते हुए असम के राजनीतिक चाणक्य कहे जाने वाले हिमंत विश्वशर्मा ने मंत्री मण्डल में विस्तार करते हुए बराक वैली से असम के भोजपुरी हिंदीभाषी को केबिनेट में जगह दिया हैं। मालूम हो कि असम में भोजपुरी भाषी पहले की सरकार में विधायक, मंत्री हुआ करते थे। पर जब से असम में भाजपा कि सरकार आई है तबसे हिन्दीभाषी विधायकों का टिकट काटकर अन्य समुदायों को टिकट प्रदान किया गया। हिन्दीभाषी (भोजपुरी भाषी) बहुल क्षेत्रों में भी अन्य समुदायों को टिकट प्रदान किया और भाजपा विधायक को विजयी बनया। असम में सदियों से रह रहे उत्तर भारतीय भोजपुरी भाषी, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के लोगों में अन्दर अन्दर विरोध के स्वर उठने लगे थे। उनका भुमि पट्टा, नौकरी, व्यापार, ट्रेन संबन्धी असुविधा मुख्य कारण है। जो कि कांग्रेस पार्टी के शासनकाल में हिंदीभाषी (भोजपुरी भाषी) के मंत्री विधायक होते थे और उनकी समस्यायों को विधानसभा में उठाया करते थे। आज असम के विधायक बराक वैली से एक मात्र विधायक हैं जो हाल ही में केबिनेट मंत्री बनाए जाने पर हिन्दीभाषी भोजपुरी भाषी ने हेमंत विश्व शर्मा का आभार व्यक्त किया है। जो भी हो फिलहाल हिन्दीभाषी (भोजपुरी भाषी) आठ साल बाद भाजपा को याद आना चर्चा का विषय बना है। जबकि हिंदीभाषी भाजपा का सबसे बड़ी वोट बैंक है। देखना दिलचस्प होगा आने वाले पंचायत चुनाव तथा विधानसभा चुनाव में भाजपा क्या निर्णय देती है?





















