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प्रेरणा प्रतिवेदन शिलचर, 16 दिसंबर: स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में असम ने एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। सोमवार को काछार जिले के काठीघोड़ा स्थित एम.जी. मॉडल अस्पताल में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम (PMNDP) के तहत एक अत्याधुनिक डायलिसिस केंद्र का उद्घाटन किया गया। यह पहल राज्य के ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
उद्घाटन समारोह और विशिष्ट अतिथि: इस ऐतिहासिक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर श्रीभूमि विधानसभा क्षेत्र के विधायक कमलाक्ष दे पुरकायस्थ उपस्थित थे। कार्यक्रम में काछार जिले के उपायुक्त मृदुल यादव और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. आशुतोष बर्मन भी शामिल हुए।
विधायक कमलाक्ष दे पुरकायस्थ ने इस पहल को क्षेत्र के लोगों के लिए “जीवन रेखा” बताते हुए कहा, “यह डायलिसिस केंद्र सिर्फ एक चिकित्सा सुविधा नहीं है, बल्कि किडनी रोग से पीड़ित हजारों मरीजों के लिए उम्मीद की नई किरण है। सरकार इस केंद्र के माध्यम से दूरदराज के इलाकों तक उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
मुफ्त सेवाओं से कम होगा वित्तीय बोझ: जिला आयुक्त मृदुल यादव ने कहा, “यह केंद्र राज्य सरकार की स्वास्थ्य सेवा में सुधार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यहां मरीजों को मुफ्त डायलिसिस सेवाएं प्रदान की जाएंगी, जो उनके परिवारों के आर्थिक बोझ को काफी हद तक कम करेंगी।”
डायलिसिस केंद्र की क्षमताएं: स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक, डॉ. आशुतोष बर्मन ने बताया कि यह केंद्र अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज लिमिटेड के सहयोग से संचालित होगा। केंद्र में तीन डायलिसिस मशीनें हैं, जिनसे प्रतिदिन तीन शिफ्टों में कुल नौ मरीजों को सेवा दी जाएगी। उन्होंने इसे कछार जिले के स्वास्थ्य ढांचे के लिए एक “महत्वपूर्ण उपलब्धि” बताया।
स्वास्थ्य सेवा में व्यापक विस्तार: यह केंद्र असम में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम, जिसे तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा शर्मा ने शुरू किया था, के तहत अब तक राज्य के 33 जिलों में 41 डायलिसिस केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं। काठीघोड़ा का यह नया केंद्र इस सूची में ताजा नाम है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने 37 और डायलिसिस केंद्र स्थापित करने की योजना को मंजूरी दे दी है।
इन पहलों का उद्देश्य न केवल रोगियों को नजदीकी चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना है, बल्कि आपातकालीन चिकित्सा स्थितियों में रोगियों के लिए लंबी दूरी की यात्रा के बोझ को भी कम करना है।
स्वास्थ्य सेवा में नई क्रांति: काठीघोड़ा का यह डायलिसिस केंद्र असम में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है। यह कदम राज्य के हर व्यक्ति तक सस्ती, गुणवत्तापूर्ण और समय पर स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लक्ष्य को साकार करने में मील का पत्थर साबित होगा।
निष्कर्ष:
असम सरकार द्वारा की गई यह पहल न केवल वर्तमान में किडनी रोग से जूझ रहे मरीजों के लिए मददगार होगी, बल्कि आने वाले समय में राज्य के समग्र स्वास्थ्य ढांचे को नई दिशा और गति प्रदान करेगी।