असम विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष शुभम राय ने अपने कार्यकाल में एक ऐतिहासिक मिसाल कायम की। अपने व्यक्तिगत प्रयासों से उन्होंने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के सामने “आई लव एयूएस” (I
AUS) प्रतीक की स्थापना की। यह उनके विश्वविद्यालय के प्रति प्रेम और कृतज्ञता का प्रतीक है, जिसे उन्होंने अपने माता-पिता, श्री सुजीत राय और श्रीमती गीता राय को समर्पित किया।
सोमवार को इस प्रतीक का भव्य उद्घाटन किया गया, जिसमें कुलपति, विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, प्रख्यात प्रोफेसर और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
कुलपति की सराहना
कुलपति ने शुभम राय की इस पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा की और न केवल उनके विश्वविद्यालय के प्रति योगदान की सराहना की, बल्कि उनके माता-पिता द्वारा दी गई शिक्षा और संस्कारों की भी विशेष रूप से प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “इस तरह के कदम सच्चे नेतृत्व की पहचान हैं और भविष्य की पीढ़ियों के छात्रों को प्रेरित करेंगे।”
समाजसेवियों और पदाधिकारियों का समर्थन
कार्यक्रम में उपस्थित संघ के प्रांत प्रचारक गौरांग राय ने भी शुभम राय की पहल को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा, “छात्रसंघ केवल आंदोलनों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे विश्वविद्यालय के विकास में भी सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। शुभम राय ने इसे कर दिखाया है।”
वहीं, विश्वविद्यालय के पंजीयक ने भी शुभम राय की इस पहल के लिए उन्हें विशेष धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास न केवल विश्वविद्यालय और छात्रों के बीच संबंधों को मजबूत करते हैं, बल्कि छात्रों में ज़िम्मेदारी और कर्तव्यनिष्ठा की भावना भी विकसित करते हैं।
शुभम राय की प्रेरणादायक बात
इस ऐतिहासिक क्षण पर अपनी भावना साझा करते हुए शुभम राय ने कहा, “असम विश्वविद्यालय ने मुझे बहुत कुछ दिया है, इसलिए मेरी भी जिम्मेदारी बनती थी कि मैं उसे कुछ लौटाऊं। यह सब मेरे माता-पिता के सहयोग के बिना संभव नहीं होता। मैं आशा करता हूँ कि मेरा यह छोटा सा प्रयास आने वाले छात्र नेताओं को केवल आंदोलनों तक सीमित न रहकर विश्वविद्यालय की भलाई के लिए भी कुछ करने की प्रेरणा देगा।”
एक ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण
इस ऐतिहासिक पहल का जश्न पूरे उत्साह और भावनात्मक माहौल में मनाया गया। उपस्थित सभी लोगों ने शुभम राय की इस पहल की सराहना की और इसे असम विश्वविद्यालय के इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा।





















