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आज असम विश्वविद्यालय में असम राइफल के सहयोग से कारगिल विजय दिवस का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आर एम पंत ने कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपना वक्तव्य प्रदान किया। उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी हमारी तीनों सेनाओं ने अदम्य साहस का परिचय दिया। उन्होंने इस युद्ध के परमवीर चक्र, महावीर चक्र, वीर चक्र प्राप्त शहीदों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि असम विश्वविद्यालय में कारगिल विजय दिवस हर साल मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर घर में तिरंगा नही, हर दिल में तिरंगा रहेगा।
मुख्य अतिथि असम सरकार के वरिष्ठ मंत्री परिमल शुक्लवैद ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कारगिल विजय दिवस देशभक्ति, शौर्य और त्याग का उदाहरण हैं। पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने अपने वक्तव्य में कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को स्मरण करते हुए कहा कि इस युद्ध से देश के लिए त्याग और बलिदान करने की प्रेरणा मिलती है। यह एक बहुत कठिन युद्ध था। उन्होंने भारतीय सेना के शक्ति वृद्धि का उल्लेख करते हुए कहा, केवल सेना नहीं पुरे देश को सीमाओं की रक्षा के लिए सावधान, सतर्क रहना होगा। डोकलाम की चर्चा करते हुए उन्होंने चीन के तरफ से बढ़ते खतरे के बारे में संकेत किया।
मंचासीन अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके पूर्व प्रातः काल शहीदों की स्मृति में मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। मुख्य कार्यक्रम से पूर्व शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा और कारगिल युद्ध से जुड़ी मुवी दिखाई गई।
कुलपति प्रोफेसर आर एम पंत की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में असम सरकार के वरिष्ठ मंत्री परिमल शुक्लवैद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। ले. कर्नल सिद्धार्थ भट्टाचार्य का विश्वविद्यालय के कुलसचिव पी के नाथ ने स्वागत किया। मंचासीन अन्य उपस्थित अतिथियों में पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत, डीआईजी के जी शैकिया, एस पी डा. रमनदीप कौर तथा प्रोफेसर निरंजन राय शामिल थे।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव पी के नाथ ने स्वागत भाषण में कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश्य बताया। ले. कर्नल सिद्धार्थ भट्टाचार्य ने कारगिल युद्ध में भारत की महान विजय के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि तीनों सेनाओं के अद्भुत पराक्रम से हमने विजय हासिल की। जिला पुलिस अधीक्षक रमनदीप कौर, पुलिस उप महानिरीक्षक के जी शैकिया ने अपने वक्तव्य में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का संचालन प्रो शुभदीप राय चौधरी ने किया।
अंत में कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर निरंजन राय ने धन्यवाद ज्ञापन किया। अंतिम कार्यक्रम में सेना के शस्त्रों का प्रदर्शन किया गया तथा आर्मी बैगपाइपर बैंड का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।