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असम विश्वविद्यालय, शिलचर, पारिस्थितिकी और पर्यावरण विज्ञान विभाग और वन विभाग, असम सरकार ने संयुक्त रूप से विश्व पर्यावरण दिवस -2022 को “केवल एक पृथ्वी” विषय के साथ असम विश्वविद्यालय, शिलचर में मनाया। उद्घाटन कार्यक्रम का आयोजन आज प्रातः 10.00 बजे पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग के सम्मेलन कक्ष में किया गया। इस अवसर पर पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रो. अजीत कुमार दास ने अतिथियों का स्वागत किया। डॉ. प्रदोष किरण नाथ, रजिस्ट्रार, असम विश्वविद्यालय, शिलचर ने संरक्षण के अर्थशास्त्र पर बात की और सतत विकास लक्ष्यों पर प्रकाश डाला। इसके बाद प्रो. जयश्री राउत, डीन, ई.पी. का व्याख्यान हुआ। ओडुम स्कूल ऑफ एनवायर्नमेंटल साइंसेज, जिन्होंने एक अच्छे पर्यावरण के सार और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर बात की। श्री पी. शिवकुमार, मुख्य वन संरक्षक, दक्षिणी असम सर्किल और श्री आई.बी. उबाडिया, प्रबंधक रोज़कांडी टी एस्टेट, दो सम्मानित अतिथि थे, जिन्होंने पर्यावरण संरक्षण के बारे में क्या करें और क्या न करें पर भी बात की। इस अवसर पर अन्य वक्ताओं में श्री तेजस एम., संभागीय वन अधिकारी, काछार और पारिस्थितिकी और पर्यावरण विज्ञान विभाग के प्रो. पार्थंकर चौधरी थे। इस अवसर के मुख्य अतिथि प्रो. राजीव मोहन पंत, माननीय कुलपति, असम विश्वविद्यालय, शिलचर ने पर्यावरण की शांति और भलाई के बारे में बताया और सभी से प्रकृति संरक्षण के सिद्धांत का पालन करने का आग्रह किया। कार्यक्रम का समापन पारिस्थितिकी और पर्यावरण विज्ञान विभाग के डॉ. पन्ना देब के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उद्घाटन सत्र के बाद विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय और वन विभाग के गणमान्य व्यक्तियों, अतिथियों, संकायों और कर्मचारियों, शोधकर्ता विद्वानों और विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के आवासीय क्षेत्र से सटे क्षेत्र में एक आदर्श चाय बागान का भी उद्घाटन किया गया। पारिस्थितिकी और पर्यावरण विज्ञान विभाग, असम विश्वविद्यालय, शिलचर के सभी संकायों, कर्मचारियों, छात्रों और शोधकर्ता विद्वानों ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सक्रिय भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. अपराजिता डे और डॉ. पन्ना देब ने किया।




















