32 Views
गुवाहाटी, 24 मार्च (हि.स.)। असम भाजपा अध्यक्ष दिलीप सैकिया ने कहा है कि असम विधानसभा में आज का दिन इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में दर्ज हो गया। विधानसभा के पवित्र परिसर में एक अभूतपूर्व और शर्मनाक घटना घटी। उन्होंने इसकी कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कांग्रेस और एआईयूडीएफ विधायकों के उग्र व्यवहार को अत्यंत चिंताजनक करार दिया।

सैकिया ने कहा कि सबसे चौंकाने वाली घटना में बंगाली मूल के लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस विधायक नुरुल हुदा ने एक स्वदेशी जनजातीय समुदाय के नेता उपाध्यक्ष डॉ. नुमल मोमिन पर शारीरिक हमला कर दिया। इसी दौरान, एआईयूडीएफ के विधायकों ने भी हाथों में बांस की लाठियां लेकर विधानसभा में जबरन घुसने की कोशिश की, जिससे पूरे सदन में अफ़रा-तफ़री मच गई।
भाजपा अध्यक्ष सैकिया ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस प्रकार की आक्रामक मानसिकता असम के भविष्य के लिए एक गंभीर खतरा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस और एआईयूडीएफ के बंगाली मूल के विधायकों का यह उग्र व्यवहार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

सैकिया ने कहा कि असम की जनता कांग्रेस और एआईयूडीएफ विधायकों की इस हरकत से आहत और चिंतित है। उन्होंने इस घटना को असम विधानसभा के इतिहास का काला अध्याय करार देते हुए कहा कि यह पहली बार है जब विधानसभा के उपाध्यक्ष पर हमला हुआ और एआईयूडीएफ के विधायकों ने बांस की लाठियों के साथ विधानसभा परिसर में घुसने की कोशिश की।
भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायक द्वारा एक स्वदेशी जनजातीय प्रतिनिधि पर हमले को असम के भविष्य के लिए एक खतरनाक संकेत बताया। उन्होंने घटना की तत्काल जांच की मांग की और कांग्रेस विधायक नुरुल हुदा की अविलंब गिरफ्तारी की अपील की।
इसके साथ ही, सैकिया ने असम विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि वे एआईयूडीएफ विधायकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें, जिन्होंने सदन में अशांति फैलाने का प्रयास किया।
(2)
कांग्रेस, एआईयूडीएफ ने विस में भाजपा विधायक के विरुद्ध किया विरोध प्रदर्शन
गुवाहाटी, 24 मार्च (हि.स.)। असम विधानसभा में सोमवार को कांग्रेस और एआईयूडीएफ विधायकों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। वे भाजपा विधायक रूपज्योति कुर्मी पर 21 मार्च को विपक्षी सदस्यों पर हमले की कोशिश और अभद्र भाषा के इस्तेमाल का आरोप लगा रहे थे।
नेता प्रतिपक्ष देबब्रत सैकिया के नेतृत्व में विपक्षी विधायकों ने कुर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और स्पीकर बिस्वजीत दैमारी पर उचित हस्तक्षेप न करने का आरोप लगाया। कांग्रेस विधायकों ने काले कपड़े पहनकर विरोध जताया, जबकि एआईयूडीएफ विधायकों ने खुद की रक्षा के प्रतीक के रूप में बांस की संरचनाएं लाने का प्रयास किया। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें विधानसभा के अंदर ले जाने से रोक दिया।
एआईयूडीएफ विधायक रफीकुल इस्लाम ने कहा, “भाजपा विधायक विपक्षी सदस्यों पर हमला करने के लिए अपनी सीट छोड़कर आते हैं, लेकिन स्पीकर हमें सुरक्षा नहीं देते। इसलिए, हमने आत्मरक्षा के लिए ये बांस की बाधाएं बनाई हैं।”
इस हंगामे के बीच, स्पीकर दैमारी ने सदन की कार्यवाही को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
वहीं, भाजपा विधायक सुशांत बरगोहाईं ने विपक्ष के प्रदर्शन को “ध्यान आकर्षित करने का प्रयास” करार देते हुए कहा कि विधानसभा चर्चा के लिए है, न कि इस तरह के प्रदर्शन के लिए।
(3)
असम विस में हंगामे का सीसीटीवी फुटेज जारी करने की कांग्रेस की मांग
गुवाहाटी, 24 मार्च (हि.स.)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देबब्रत सैकिया ने असम विधानसभा में 21 मार्च को हुए कथित हंगामे का बिना कटौती किया गया सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करने की मांग की है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर विधायी कार्यवाही में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया।
सैकिया ने कहा कि सदन में विपक्षी विधायकों के खिलाफ आक्रामकता दिखाई गई, जिसमें विधायक रूपज्योति कुर्मी की कथित भूमिका थी। उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा में कई सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद इस हंगामे का स्पष्ट फुटेज उपलब्ध नहीं कराया गया। साथ ही, उन्होंने इस बात पर भी सवाल उठाया कि अक्सर विपक्षी नेताओं के बयान और बहस ठीक से रिकॉर्ड नहीं होते।
कांग्रेस नेता ने मांग की कि विधानसभा की सभी कार्यवाही पूरी तरह से रिकॉर्ड की जाए और बिना किसी संपादन के सार्वजनिक की जाए। उन्होंने मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि कुर्मी ने विपक्षी विधायकों को पहले से भी ज्यादा तीव्र विरोध झेलने की चेतावनी दी थी। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, सैकिया ने विधानसभा अध्यक्ष से निष्पक्ष रिकॉर्डिंग और सदन में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करने की अपील की।