आईआईसी में मोहिनीयाट्टम की मनमोहक प्रस्तुति
नई दिल्ली: भारत इंटरनेशनल सेंटर (IIC) में डबल बिल श्रृंखला के अंतर्गत मोहिनीयाट्टम की युवा साधिका विश्नुप्रिया मारार ने एक मनमोहक नृत्य-प्रस्तुति दी। 11 नवंबर को आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत राग रेवती और आदि ताल में कोरियोग्राफ किए गए चोल्केट्टू से हुई, जो देवी मूकांबिका को समर्पित एक सौंदर्यमय प्रार्थना थी।

इसके बाद मुख्य प्रस्तुति के रूप में वरनम – “कमित वरदायक” प्रस्तुत किया गया, जो राग श्री में रचा गया है। इस भावपूर्ण वरनम में नर्तकी ने भगवान शिव की दिव्य करुणा, पराक्रम और भक्ति के विभिन्न आयामों को सुकुमार भाव-भंगिमाओं के माध्यम से अभिव्यक्त किया।
प्रस्तुति का समापन राग रेवती में एक सजीव तिल्लाना से हुआ, जिसने मोहिनीयाट्टम की लयात्मकता और नृत्य की आनंदमय ऊर्जा को मंच पर जीवंत कर दिया।
कार्यक्रम की सभी रचनाएँ उनकी गुरु डॉ. नीना प्रसाद द्वारा कोरियोग्राफ की गई थीं, जिनमें मोहिनीयाट्टम की कोमलता, भावप्रधानता और शास्त्रीय सौंदर्य पूरी गरिमा के साथ प्रतिफलित हुआ। यह प्रस्तुति दर्शकों के लिए शास्त्रीय नृत्य की एक यादगार और सौंदर्यपूर्ण शाम साबित हुई।





















