आईसीएआर-केवीके हैलाकांडी के विषय विशेषज्ञ राजा राम बुनकर ने हैलाकांडी के आदिवासी युवाओं के उत्थान के उद्देश्य से आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में व्याख्यान दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन जिला पुलिस प्रशासन (हैलाकांडी) द्वारा राइफलमारा, रामनाथपुर में 02.02.2025 को किया गया। कार्यक्रम में संधारणीय कृषि पद्धतियों, विशेष रूप से सुपारी, केला, पान और नींबू की खेती में कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया। प्रशिक्षण सत्र में 450 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें स्वरोजगार और वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा देने वाली आधुनिक खेती तकनीकों पर विस्तृत व्याख्यान शामिल था। यह पहल आदिवासी समुदायों को उनकी आजीविका बढ़ाने के लिए आवश्यक कृषि कौशल से लैस करके उन्हें सशक्त बनाने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है। विशेषज्ञों ने उत्पादन, आय और सामुदायिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कुशल और पर्यावरण की दृष्टि से संधारणीय कृषि पद्धतियों को अपनाने पर जानकारी दी। प्रशिक्षण में जैविक खेती के तरीकों के महत्व और इन उच्च मांग वाली फसलों की क्षमता को अनुकूलित करने पर जोर दिया गया। उम्मीद है कि कार्यक्रम की सफलता से अनेक जनजातीय युवा कृषि उद्यमिता अपनाने के लिए प्रेरित होंगे, जिससे क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक उत्थान में योगदान मिलेगा।





















