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हाइलाकांदी, 5 मई: आएनाखाल और लखीनगर चाय बागानों में सोमवार को शहीद दिवस मनाया गया। यह दिवस हर वर्ष 5 मई को 1994 की आएनाखाल गोलीकांड में शहीद हुए चार श्रमिकों की स्मृति में मनाया जाता है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय श्रमिकों ने भाग लिया और शहीद बेदी पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर श्रमिक नेता राजकुमार भर ने कहा कि 5 मई 1994 को आएनाखाल सहित आसपास के बागानों के श्रमिकों ने 12-सूत्रीय मांगों को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था। प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया था, लेकिन जब कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो श्रमिकों ने आंदोलन का रास्ता अपनाया। आंदोलन को दबाने के लिए की गई पुलिस फायरिंग में चार श्रमिक—कृष्ण प्रसाद कोल, बिस्वजीत चौहान, रामप्रसाद तेली और जोतिंद्र भूमिज—शहीद हो गए थे।
राजकुमार भर ने आरोप लगाया कि अब तक शहीद श्रमिकों के परिवारों को कोई मुआवजा नहीं दिया गया है और अधिकांश मांगें भी अधूरी हैं। उन्होंने कहा, “हमारे शहीद भाईयों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी। जिस न्याय और अधिकारों के लिए वे लड़े, उन पर धीरे-धीरे ही सही, ध्यान दिया जाएगा। सरकार और बागान प्रबंधन को श्रमिकों की समस्याओं का समाधान करना ही होगा।”
इस अवसर पर उपस्थित श्रमिकों ने भी अपने शहीद साथियों की स्मृति में एकजुटता और संघर्ष का संकल्प दोहराया।





















