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आओ मुस्कुराहट के अंकुर को हंसी का पौधा बनाएं (दिवस विशेष)

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साहिर लुधियानवी जी ने मुस्कुराहट पर एक बार यह लिखा था कि -‘धड़कने लगे दिल के तारों की दुनिया जो तुम मुस्कुरा दो। संवर जाये हम बेकरारों की दुनिया जो तुम मुस्कुरा दो।।’ मतलब यह कि मुस्कुराहट वह नेमत्त है जो व्यक्ति का जीवन संवार सकती है। हमारे जीवन को बेहतर से बेहतरीन बना सकती है। प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने कहा है कि , ‘एक साधारण मुस्कान, यह आपके दिल को खोलने और दूसरों के प्रति दयालु होने की शुरुआत है। ‘जाहिर है, चेहरे पर एक साधारण मुस्कान चमत्कार पैदा कर सकती है; यहां तक ​​कि एक बीमारी की शय्या से लेकर एक भयानक, उग्र युद्ध के मैदान तक भी। जानकारी देना चाहूंगा कि प्रत्येक वर्ष अक्टूबर महीने के पहले शुक्रवार को ‘वर्ल्ड स्माइल डे’ यानी कि विश्व मुस्कान दिवस मनाया जाता है। इस बार यह दिन छह अक्टूबर को पड़ रहा है। वास्तव में इस दिवस को मनाने का विचार अमेरिका के एक आर्टिस्ट ‘हार्वे बॉल’ को आया था, वे ही सन् 1963 में स्माइलिंग फेस बनाने के लिए फेमस हुए और उनके मन यह दिवस मनाने का विचार आया था। जानकारी मिलती है कि उन्होंने ही पहले स्माइल फेस आइकॉन बनाए थे, जिन्हें आज हम सोशल नेटवर्किंग साइटस के इस जमाने में अनेक तरह के संदेशों को एक दूसरे को भेजने के दौरान धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं। वास्तव में,’वर्ल्ड स्माइल डे’ मनाने के पीछे का मुख्य उद्देश्य है लोगों को स्माइल का महत्व समझाना। यहां पाठकों को यह जानकारी देना चाहूंगा कि सन् 1999 में पहली बार विश्व मुस्कान दिवस या वर्ल्ड स्माइल डे स्माइली के गृह नगर और दुनियाभर में सेलिब्रेट गया था। तत्पश्चात सन् 2001 में हार्वे के निधन के बाद हार्वे बॉल वर्ल्ड स्माइल फाउंडेशन द्वारा उनके नाम और स्मृति को सम्मानित करने के लिए यह दिन व्यापक स्तर पर मनाया गया। हालांकि वर्ष  2001 में हार्वे बॉल का निधन हो गया, लेकिन यह शख्स दुनिया के लिए एक शानदार स्माइली संदेश छोड़ गया। अर्थात् वर्ल्ड स्माइल फाउंडेशन का आदर्श वाक्य, ‘इस दुनिया को बढ़ाना, एक मुस्कान।’ यहां पाठकों को यह भी जानकारी देना चाहूंगा कि राष्ट्रीय मुस्कान दिवस 31 मई को मनाया जाने वाला एक वार्षिक उत्सव है।  इसके अलावा, राष्ट्रीय मुस्कान दिवस राष्ट्रीय मुस्कान माह की शुरुआत का भी प्रतीक है, जो अच्छी मौखिक स्वच्छता प्रथाओं (ओरल हाइजीन प्रैक्टिसेज)और समग्र दंत स्वास्थ्य(ओवरऑल डेंटल हेल्थ)को बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक महीने तक चलने वाला अभियान है। बहरहाल, कहना ग़लत नहीं होगा कि मुस्कुराहट बड़ी चीज है।
        एक बच्चा जब हंसता है तो वह बहुत से लोगों के मन में अनेक खुशियां बिखेर देता है। एक प्रकार से यह भगवान की मानव को एक बहुत बड़ी नेमत्त व वरदान है। कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी एक छोटीसी मुस्कान हमें मजबूती प्रदान करती है और हम परिस्थितियों से लड़ने में सक्षम हो जाते हैं। मुस्कुराहट हमारी सेहत को भी अच्छा बनाए रखती है। मुस्कान हमारे जीवन से तनाव को कम करती है, यह हमारे मन को हल्का करती है और हमें अच्छा अहसास होता है। सच तो यह है कि मुस्कराहट मनुष्य में सकारात्मक सोच के साथ ही उत्साह का विकास करती है। आज का जीवन बहुत ही तनाव व संघर्ष से भरा है। आदमी भागमभाग की जिंदगी जी रहा है। उसके पास दूसरों के लिए तो दूर की बात स्वयं अपने लिए भी समय नहीं है।मुस्कुराने से हर किसी का मन हल्का हो जाता है। तनाव दूर भाग जाता है और आदमी का मूड बदल जाता है और हमें अच्छे और सकारात्मक विचार आने लगते हैं। आज के समय में हर कोई खुश रहना चाहता है लेकिन अक्सर हम परेशानियों, दुविधाओं, द्वंदों , दुखों, समस्याओं में हर समय घिरे रहते हैं तथा चिंता और तनाव के कारण हम मुस्कुराना भूल जाते हैं। मुस्कुराहट के बहुत से फायदे हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार मुस्कुराने से ‘मस्तिष्क एंडोर्फिन‘ नामक हार्मोन उत्सर्जित करता है जो हमारे मूड को बेहतर बनाता है। अध्ययन बताते हैं कि मुस्कुराने से तनाव पैदा करने वाले हार्मोन बहुत कम हो जाते हैं जिससे हम अवसाद एवं तनाव से मुक्त रहते हैं और इससे हमारी उम्र भी बढ़ती है। मुस्कुराने से हार्ट अटैक जैसी अन्य बीमारियों के होने का खतरा कम होता है। जानकारी मिलती है कि मुस्कुराने से मनुष्य के दिमाग में डोपामाइन हार्मोन स्रावित होता है जिससे डायबिटीज, हार्ट अटैक एवं इंफेक्शन समेत कई गंभीर बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है।मुस्कुराहट हर किसी के चेहरे को खुबसूरत बनाने का काम करती है। सच तो यह है कि मुस्कुराहट की शक्ति हमारे विचारों से कहीं अधिक मजबूत होती है। यह न केवल हमारे स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाती है, बल्कि यह हमारे आस-पास के लोगों पर भी सकारात्मक प्रभाव डालती है। यह कहावत एकदम सच है कि मुस्कुराहट वास्तव में संक्रामक होती है । एक मुस्कान बहुत दूर तक जा सकती है और यह हमारे सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन में बहुत बड़ा बदलाव लाने की क्षमता रखती है। मुस्कुराहट से हम अधिक आकर्षक, सुलभ हो जाते हैं और लोग हमारे आसपास सहज व अच्छा महसूस करते हैं। मुस्कुराहट हमारे रक्तचाप को ठीक रखती है, यह हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने का काम करती है। यह हमारी प्रोडक्टिविटी और क्रिएटिविटी को बढ़ाती है। हम मुस्कुराते हैं तो हम हृदय से दयालु होते हैं। मुस्कुराहट बड़े से बड़ी समस्याओं को पल में हल कर सकती है। सच तो यह है कि मुस्कुराहट मनुष्य के लिए एक थैरेपी है।
          जानकारी देना चाहूंगा कि वर्ष 2022 की थीम ‘दयालुता का कार्य करें, एक व्यक्ति को मुस्कुराने में मदद करें ‘ रखी गई थी और इस वर्ष यह ‘रेडिएट जोय’ रखी गई है। हंसना खुशियां बांटता है, यह जीवन में उल्लास और उमंग बिखेरता है। सच तो यह है कि  एक स्माइली से हम दूसरों को भी खुशियां बांटने का एक महत्वपूर्ण कार्य करते हैं।विलियम शेक्सपियर ने कहा था, ‘एक मुस्कान भौंह के घाव को ठीक कर देती है।’ कहना ग़लत नहीं होगा कि मुस्कुराहट एक अंकुर है जिसे हंसी के पौधे के रूप में विकसित किया जा सकता है, जो हर आदमी के दिल में गहराई से जड़ जमाता है। तो आइए दुनिया को बदलने के लिए अपनी मुस्कान का उपयोग करें। हम अपनी मुस्कान से दूसरों के चेहरों पर खुशियां लाएं और स्वयं भी सदैव हंसते,खेलते और मुस्कुराते रहें। आप सभी को मुस्कान दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।
(आर्टिकल का उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है।)
सुनील कुमार महला, फ्रीलांस राइटर,कालमिस्ट व युवा साहित्यकार, उत्तराखंड।

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