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शिलचर, विशेष प्रतिनिधि:
आगामी कालीपूजा को केंद्र में रखकर बराक ब्राह्मण परिषद, शिलचर शाखा के উদ্যোগ में तथा श्रीश्री गोपाल जिउर अखड़ा संचालन समिति के सहयोग से एक विशेष एकदिवसीय पूजा प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ बुधवार को श्रीश्री गोपाल जिउर अखड़ा प्रांगण में दीप प्रज्वलन, दीपमंत्र पाठ एवं वैदिक प्रार्थना के साथ हुआ। इसके बाद शुक्रवार को लक्षीपुर शाखा के सौजन्य फूलेरतल श्रीश्री लोकनाथ मंदिर प्रांगण में इसी प्रकार का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यशाला में राहुल भट्टाचार्य और अजीत भट्टाचार्य प्रशिक्षणदाता के रूप में उपस्थित थे। अजीत भट्टाचार्य ने कालीपूजा की प्रारंभिक तांत्रिक विधियों का विस्तार से वर्णन किया, जबकि राहुल भट्टाचार्य ने पूजा की संपूर्ण शास्त्रसम्मत प्रक्रिया और उसके गृहस्थ जीवन में आध्यात्मिक प्रभावों पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया।
प्रशिक्षकों ने अपने संबोधन में कहा कि — “यदि कालीपूजा शास्त्रानुसार संपन्न की जाए, तो माँ काली की कृपा और पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है; किंतु विधि-विधान की त्रुटि विपरीत प्रभाव डाल सकती है।” इसलिए उन्होंने घट स्थापना से लेकर मूर्ति विसर्जन तक सभी अनुष्ठानों को शास्त्रीय विधि से संपन्न करने का आग्रह किया।
श्रीश्री गोपाल जिउर अखड़ा के कार्यक्रम में परिषद के अध्यक्ष अतनु भट्टाचार्य, गौतम चक्रवर्ती, सुमन भट्टाचार्य, दिगेन्द्र भट्टाचार्य तथा सचिव कंकन भट्टाचार्य उपस्थित थे। वहीं फूलेरतल श्रीश्री लोकनाथ मंदिर परिसर के प्रशिक्षण कार्यक्रम में शाखा उपाध्यक्ष संतोष चक्रवर्ती, रंजीत चक्रवर्ती और संयोजक गौतम चक्रवर्ती मौजूद रहे।
दोनों स्थानों पर आयोजित इन प्रशिक्षण कार्यशालाओं में 60 से अधिक सक्रिय पुजारियों ने सहभागिता की। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों से आग्रह किया गया कि वे शास्त्रानुसार पूजा पद्धति का अभ्यास करें और समाज में धार्मिक अनुशासन के प्रति जागरूकता फैलाएँ।
🕉️ — प्रेरणा भारती दैनिक, शिलचर





















