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प्रेरणा प्रतिवेदन नगांव, 5 जनवरी: मानव उत्थान सेवा समिति (पूर्वोत्तर क्षेत्र) के तत्वावधान में श्री हंस नाम बोध आश्रम, सोलंग नवगांव में आयोजित दो दिवसीय विशाल सद्भावना सम्मेलन का शुभारंभ 4 जनवरी को हुआ। इस कार्यक्रम का उद्घाटन परम पूज्य सद्गुरुदेव श्री सतपाल जी महाराज, परम पूज्य माता श्री अमृता जी, श्रद्धेय श्री विभु जी महाराज और माता श्री आराध्य जी ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम के पहले दिन हजारों श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए परम पूज्य श्री सतपाल जी महाराज ने कहा, “आध्यात्म और सद्भावना के माध्यम से ही मानव के हृदय को परिवर्तित किया जा सकता है। सद्भावना ही वह माध्यम है, जिससे देश और विश्व में शांति स्थापित की जा सकती है।”
उन्होंने आगे कहा, “एक नवजात शिशु का मन जन्म के समय शुद्ध और निर्दोष होता है, लेकिन जैसे-जैसे वह बड़ा होता है, उसके मन पर समाज और वातावरण का प्रभाव पड़ता है। यह प्रभाव उसके मन को दूषित कर देता है। ऐसे दूषित मन को शुद्ध करने के लिए सत्संग और सद्भावना का मार्ग अपनाना अत्यंत आवश्यक है।”
महाराज जी ने यह भी कहा कि यदि हर व्यक्ति अपने भीतर सद्भावना को स्थान दे और दूसरों के प्रति प्रेम, करुणा और सेवा का भाव रखे, तो समाज में सकारात्मक बदलाव आ सकता है।
इस सम्मेलन में श्रद्धालुओं ने आध्यात्मिक प्रवचन और भक्ति संगीत का आनंद लिया। यह आयोजन मानवता, एकता और आध्यात्मिकता का संदेश प्रसारित करने का एक महत्वपूर्ण मंच बना।
कार्यक्रम का दूसरा दिन:
5 जनवरी को सम्मेलन के दूसरे दिन भी अनेक महत्वपूर्ण प्रवचन और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर सभी श्रद्धालु प्रेम, शांति और सद्भावना के मार्ग पर चलने का संकल्प लेंगे।
(विशेष संवाददाता, प्रेरणा भारती दैनिक)