सिलचर, 24 फरवरी 2025: साहित्य और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली पांच प्रमुख हस्तियों को शनिवार को आम्रपाली साहित्यिक समूह द्वारा आयोजित एक भव्य समारोह में इंदु उषा मेमोरियल सम्मान से सम्मानित किया गया।
सम्मान प्राप्त करने वालों में असम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति तपोधीर भट्टाचार्य, लेखक मिथिलेश भट्टाचार्य, लेखिका स्वप्ना भट्टाचार्य, असम विश्वविद्यालय के पूर्व डीन एवं बंगाली विभाग की प्रोफेसर बेला दास, तथा श्रीभूमि के नवबर्ता बेस्चन अखबार के संपादक हबीबुर रहमान चौधरी शामिल हैं।
समारोह की झलकियां
कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। हालांकि, हबीबुर रहमान चौधरी अस्वस्थता के कारण समारोह में शामिल नहीं हो सके, उनके स्थान पर वरिष्ठ पत्रकार शिवाजी धर ने यह सम्मान ग्रहण किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रख्यात सर्जन डॉ. कुमार कांति दास ने अपने विचार साझा किए। विशेष अतिथि के रूप में सिलचर एनआईटी के पूर्व प्रोफेसर गुरुदास दास और समाचार एजेंसी पीएनसी के अध्यक्ष एवं जनसंपर्क विभाग के पूर्व संयुक्त निदेशक हरन डे ने अपने विचार व्यक्त किए।
आम्रपाली कस्तूरी के संपादक, कवि और लेखक होम चौधरी ने कहा कि “हम समाज के इन महान व्यक्तियों को सम्मानित कर गर्व महसूस कर रहे हैं। इनके योगदान ने साहित्य और समाज को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।”
नई पुस्तकों का विमोचन
इस विशेष अवसर पर तीन महत्वपूर्ण पुस्तकों का आधिकारिक विमोचन भी किया गया:
- ईशान साहित्य पत्रिका (36वें वर्ष के दूसरे अंक) – संपादक अमिताभ सेनगुप्ता
- गोधुली बेलाया (लघु कहानी संग्रह) – लेखक होम चौधरी
- मानवतार बतिघर (डॉ. कुमार कांति दास पर आधारित पुस्तक)
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और संचालन
कार्यक्रम की शुरुआत में स्वागता चक्रवर्ती ने एक सुंदर उद्घाटन गीत प्रस्तुत किया, जबकि समापन पर श्रावणी सरकार और अनन्या रॉय बर्मन ने मधुर गीतों से कार्यक्रम का समापन किया। पूरे कार्यक्रम का सुचारू संचालन कवयित्री और लेखिका मीता दास पुरकायस्थ ने किया।
समारोह के अंत में सौमेन होम चौधरी ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
यह सम्मान समारोह साहित्य और समाज में योगदान देने वाले व्यक्तियों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ, जिससे साहित्यिक और सांस्कृतिक विकास को नई गति मिलेगी।