नई दिल्ली/तेल अवीव. इजऱायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच चल रहे युद्ध को एक महीना पूरा हो चुका है और अभी भी यह खूनी जंग जारी है. इस युद्ध की वजह से गाज़ा में बड़े लेवल पर जान-माल का नुकसान तो हुआ ही है, इजऱायल में भी काफी नुकसान हुआ है. युद्ध की शुरुआत में करीब 5,000 रॉकेट्स के हमले ने इजऱायल को दहला दिया था. गाज़ा में तो इस युद्ध की वजह से संकट के हालात पैदा हो गए हैं, पर इजऱायल में भी एक ज़रूरत खड़ी हो गई है. यह ज़रूरत है करीब 1 लाख भारतीय मजदूरों की.
क्यों पड़ी इजऱायल में भारतीय मजदूरों की ज़रूरत?
इजऱायल और हमास के युद्ध के चलते इजऱायल से करीब 1 लाख फिलिस्तीनी मजदूरों को देश से वापस भेज दिया गया है. ऐसे में इजऱायली बिल्डर्स एसोसिएशन को नए मजदूरों की ज़रूरत है और वो चाहते हैं कि करीब 1 लाख भारतीय मजदूरों को काम करने के लिए वर्क परमिट दिया जाए.
पीएम नेतन्याहू से की मांग
इजऱायल के बिल्डर्स एसोसिएशन ने 1 लाख भारतीय मजदूरों की ज़रूरत के बारे में देश के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को भी जानकारी दी है और मांग की है कि उनकी ज़रूरत को जल्द पूरा किया जाए.