14 Views
प्रेरणा प्रतिवेदन गुवाहाटी, 24 दिसंबर: उत्तर प्रदेश सरकार के स्टाम्प और न्यायालय शुल्क पंजीयन मंत्री रवींद्र जयसवाल ने गुवाहाटी में एक भव्य रोड शो के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत के लोगों से प्रयागराज महाकुंभ 2025 में शामिल होने की अपील की। मंत्री ने यह रोड शो उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित दूसरे प्रचार कार्यक्रम के तहत किया।
संवाददाता सम्मेलन में मंत्री जयसवाल ने बताया कि महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर किया जाएगा। यह आयोजन विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जिसमें इस बार करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है।
पूर्वोत्तर के लिए विशेष आमंत्रण और व्यवस्थाएं
मंत्री जयसवाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पूर्वोत्तर भारत के लोगों के लिए विशेष आमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा, “महाकुंभ में भाग लेने के लिए असम, अरुणाचल प्रदेश, और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों से श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। श्रद्धालुओं को नि:शुल्क आवास और भोजन की सुविधा प्रदान की जाएगी। साथ ही, वे प्रयागराज के आसपास स्थित धार्मिक स्थलों का भ्रमण भी कर सकते हैं।”
रेल और परिवहन में विशेष सुविधाएं
पूर्वोत्तर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए महाकुंभ स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। रेल मंत्रालय ने सभी डीआरएम को श्रद्धालुओं की मांग के अनुसार ट्रेनें उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, हवाई और सड़क परिवहन के लिए भी पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
आधुनिक तकनीक से भीड़ प्रबंधन
महाकुंभ आयोजन में सहयोगी संस्था फिक्की के उत्तर प्रदेश प्रमुख अमित गुप्ता ने बताया कि आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्मार्ट पार्किंग और एआई आधारित भीड़ प्रबंधन प्रणाली लागू की जाएगी। उन्होंने कहा, “यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी भी श्रद्धालु को भीड़भाड़ या अव्यवस्था का सामना न करना पड़े।”
6,500 करोड़ रुपए की व्यवस्थाएं
महाकुंभ के आयोजन के लिए 6,500 करोड़ रुपए का बजट तय किया गया है। इस राशि से व्यापक स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, स्वच्छता, और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम महाकुंभ के महत्व को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने के साथ-साथ भारत के हर क्षेत्र को इस पवित्र आयोजन से जोड़ने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है। मंत्री जयसवाल ने सभी श्रद्धालुओं से महाकुंभ में भाग लेने की अपील करते हुए इसे एक आध्यात्मिक अनुभव का अद्वितीय अवसर बताया।