उधारबंद, 31 जुलाई: उधारबंद के दयापुर-आताइछड़ा क्षेत्र में बुधवार दोपहर एक हृदयविदारक घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। एक डेढ़ साल के मासूम बालक की नृशंस हत्या से क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए CRPF को तैनात किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शंकर रेकिया सन के बेटे अभिजीत को उसके माता-पिता काम पर जाते समय अपने बड़े भाई की पत्नी संध्या मणि के पास छोड़ गए थे। अभिजीत अपने जिठू (बड़े पापा) के घर में अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। तभी शंकर का चचेरा भाई गांधी उरांव अचानक घर में आया और अभिजीत को गोद में उठाकर शंकर के घर ले गया और दरवाजा बंद कर दिया।
घर से शोर-शराबा सुनकर स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए और गांधी से दरवाजा खोलने का अनुरोध किया, लेकिन उसने धमकी दी कि अगर किसी ने दरवाजा खोलने की कोशिश की, तो वह बच्चे को मार डालेगा। कुछ समय बाद गांधी जब कमरे से बाहर आया, तो उसके कपड़ों और पास पड़ी कैंची पर खून के निशान थे, जिससे लोगों को शक हुआ। जब लोग कमरे के अंदर गए, तो उन्होंने देखा कि अभिजीत की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी।
जब लोगों ने गांधी को पकड़ने की कोशिश की, तो उसने उन्हें धारदार हथियार से हमला करने की धमकी दी। इसके बाद तुरंत उधारबंद थाने को सूचना दी गई। थाना प्रभारी एस.एस. तिमुंग अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और गांधी उरांव को गिरफ्तार कर थाने ले गए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए शिलचर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रंजीत कुमार पाल, एपीएस भास्कर विकाश सैकिया और मजिस्ट्रेट दीपा दास भी मौके पर पहुंचे। उनके साथ CRPF की टीम भी तैनात कर दी गई, जिससे स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सका।
घटना के बाद इलाके में भारी तनाव है। स्थानीय लोग हत्यारे गांधी उरांव के पूरे परिवार को गांव से बाहर निकालने की मांग कर रहे हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध शाखा) ने पुष्टि की कि अभिजीत की हत्या बेहद क्रूरतापूर्वक की गई है। हालांकि, इस निर्मम हत्या के पीछे की मंशा अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है और पुलिस विभिन्न पहलुओं से जांच कर रही है।
बुधवार रात शिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद रात करीब 8 बजे अभिजीत का अंतिम संस्कार किया गया।
यह घटना न सिर्फ समाज को झकझोरने वाली है, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर मासूमों के प्रति इस तरह की क्रूरता का कारण क्या हो सकता है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और उम्मीद है कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी।




















