प्रे.स. उधारबंद, 10 मार्च: उधारबंद के दुर्गानगर 4th खंड की निवासी स्वर्गीय मिरजुमान अली चौधरी की पत्नी रुमिया बेगम चौधरी के घर के पास स्थित बांस बागान में शनिवार दोपहर करीब 2 बजे आग लग गई। इस घटना को लेकर रुमिया बेगम चौधरी सहित अन्य तीन महिलाओं ने चार लोगों के खिलाफ उधारबंद थाने में मामला दर्ज कराया है।
मामला दर्ज कराने वालों में रुमिया बेगम चौधरी के अलावा, स्वर्गीय बाबुल उद्दीन लस्कर की पत्नी रहीमा बेगम लस्कर (बाघेर कोना, उधारबंद), साहब उद्दीन लस्कर की पत्नी हुसनारा बेगम लस्कर (घनिग्राम, तृतीय खंड), स्वर्गीय अब्दुल ताहिर लस्कर की पत्नी नूरेशा बेगम लस्कर (रंगपुर, प्रथम खंड), तथा स्वर्गीय सुदूर रहमान बड़ा भुइयां की पत्नी रसना बेगम बड़ा भुइयां (रंगपुर, प्रथम खंड) शामिल हैं।
आरोपियों की पहचान शिलचर मधुरबंद निवासी स्वर्गीय अली अक्तर मजूमदार के पुत्र इमरान अक्तर मजूमदार, आबिद हुसैन, रंगपुर चतुर्थ खंड निवासी हुसैन अहमद लस्कर के पुत्र हायदर हुसैन लस्कर, और कटिगोरा समष्टि के घनिग्राम चतुर्थ खंड निवासी नजरूल हक मजूमदार की पत्नी हुस्ने तारा मजूमदार के रूप में हुई है।
पीड़ितों के अनुसार, बीते तीन महीनों से दोनों पक्षों के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते शनिवार दोपहर करीब 2 बजे, आरोपियों ने कथित रूप से एक छोटी गाड़ी में आकर हथियारों से लैस होकर बांस बागान में आग लगा दी।
जब आग लगी, तो रुमिया बेगम चौधरी ने शोर मचाना शुरू किया, जिससे आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश करने लगे। इस बीच, स्थानीय लोगों ने उधारबंद थाने को सूचना दी, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही आग पर काबू पा लिया गया।
रुमिया बेगम चौधरी ने मीडिया को बताया कि पिछले तीन महीनों से आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। वे उनके घर के सामने हथियार लेकर घूमते रहते हैं और लगातार डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे हैं।
पीड़िता ने प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलाने की मांग की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।