प्रे.स. उधारबंद, 28 सितंबर: उधारबंद अस्पताल रोड स्थित सार्वजानिक दुर्गा पूजा समिति के पंडाल में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा पुतना राक्षसी वध का दृश्य दर्शाने वाली एक मूर्ति लगाए जाने पर विवाद खड़ा हो गया। आरोप लगाया गया कि मूर्ति को आपत्तिजनक और अशोभनीय ढंग से प्रस्तुत किया गया था, जिससे श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएँ आहत हुईं।
संस्था की आपत्ति और हस्तक्षेप
इस मामले में डिज़ायर फॉर लाइफ संस्था की केंद्रीय महिला संपादिका श्रीमती गीता पांडेय स्वयं पंडाल में पहुँचीं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा—
“भगवान श्रीकृष्ण जैसे सनातन धर्म के पवित्र चरित्र को विकृत रूप में प्रदर्शित करना अनुचित है। इससे करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाएँ आहत होती हैं।”
उन्होंने पूजा समिति के अध्यक्ष और पदाधिकारियों से बातचीत की और दृढ़ता से इस दृश्य को हटाने की माँग की।
पूजा समिति का निर्णय
संवाद के बाद समिति ने तत्काल कदम उठाते हुए विवादित मूर्ति को पंडाल से हटा दिया। समिति के अध्यक्ष ने कहा—
“हमारा उद्देश्य कभी भी किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाना नहीं था। जब मामला हमारे संज्ञान में आया तो हमने तुरंत कार्यवाही की।”
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने राहत की साँस ली। उनका कहना था कि धार्मिक कथा को विकृत रूप में प्रस्तुत करना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन संस्था के समय पर विरोध और हस्तक्षेप से पंडाल की गरिमा बच गई।
लोगों ने गीता पांडेय और डिज़ायर फॉर लाइफ संस्था की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने सही समय पर सही कदम उठाया, जिसके लिए समाज उनका आभारी है।





















