182 Views
रिपोर्ट: निहार कांति राय, उधारबंद से लगातार गुरुवार से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण शनिवार सुबह से मधुरा नदी उफान पर है। रविवार सुबह नदी ने खतरे का निशान पार कर लिया, जिससे शिलचर और आसपास के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
शिलचर-कुंभीरग्राम वीआईपी सड़क पर आवागमन बाधित
मधुरा नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि के चलते शिलचर-कुंभीरग्राम वीआईपी सड़क का एक हिस्सा जलमग्न हो गया है। इससे हवाई यात्रियों को एयरपोर्ट तक पहुंचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उधारबंद और शिलचर के बीच यातायात पर असर
उधारबंद से लेकर छह माइल और गोंसाईपुर तक वीआईपी सड़क पर पानी बह रहा है, जिससे वाहनों की आवाजाही में गंभीर बाधा उत्पन्न हो रही है।
दयापुर, साइबाग, चलिताकांदी, छप्पन्न हाल और सीआरपीएफ कैंप तक रास्ते जलमग्न
बाढ़ के कारण दायापुर पुल क्षेत्र, साइबाग, चलिताकांदी, छप्पन्न हाल और दायापुर सीआरपीएफ कैंप तक जाने वाले सभी रास्ते पानी में डूब चुके हैं।
दुर्गानगर पंचम खंड पूरी तरह जलमग्न
दुर्गानगर पंचम खंड का पूरा इलाका पानी में डूब गया है। डाइट रोड, टीटी क्लब रोड, सत्संग आश्रम रोड, पेट्रोल पंप क्षेत्र और कालीबाड़ी रोड पर भी जल का बहाव लगातार बना हुआ है।
विधायक मिहिर कांति सोम ने लिया स्थिति का जायजा
उधारबंद के विधायक मिहिर कांति सोम ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया और प्रभावित लोगों से मुलाकात कर स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने देखा कि कई इलाकों में जलनिकासी की नालियां कचरे से जाम हैं, जिसके कारण पानी जमा हो गया है। विधायक सोम ने स्वयं जिप्सी लेकर मौके पर पहुंच कर नालियों की सफाई कराई, जिससे कुछ हद तक पानी की निकासी संभव हो सकी।
प्रशासन पूरी तरह सतर्क
स्थानीय प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और राहत एवं बचाव कार्यों की तैयारियां जारी हैं।
स्थिति फिलहाल गंभीर बनी हुई है और आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन से आग्रह है कि वह और अधिक राहत कार्यों में तेजी लाए तथा नागरिकों से अपील है कि वे आवश्यक सतर्कता बरतें और अनावश्यक यात्रा से बचें।





















