प्रेरणा भारती – निहार कांति राय, उधारबंद:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत 2047” के सपने को साकार करने में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। यह बात रविवार को एकल अभियान, शिलचर क्षेत्र की महिला समिति द्वारा आयोजित ग्राम संगठन प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य प्रशिक्षक चंद्रकांता शर्मा ने कही।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में पुरुषों ने भले ही अग्रणी भूमिका निभाई हो, लेकिन महिलाओं की प्रेरणा और सहयोग ने उस आंदोलन को शक्ति दी। स्वामी विवेकानंद ने भी महिलाओं को देवी का स्वरूप बताते हुए उनके जागरण पर बल दिया था। इसी उद्देश्य से एकल विद्यालय अभियान महिलाओं में जागृति लाने के लिए लगातार कार्य कर रहा है।
मुख्य प्रशिक्षक शर्मा ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज यहाँ उपस्थित माताएँ और बहनें प्रशिक्षण प्राप्त कर आगे चलकर आचार्याओं की ‘माँ’ की भूमिका निभाएँगी। वे न सिर्फ आचार्याओं के कार्यों की देखभाल करेंगी, बल्कि उनके दुख-सुख में भी सहभागी बनेंगी।
उन्होंने बताया कि 30 आचार्याएँ मिलकर एक ‘संच’ (समूह) का निर्माण करती हैं। एकल विद्यालय का कोई स्थायी भवन नहीं होता; ये विद्यालय मठ, मंदिर या ग्रामीण घरों में संचालित होते हैं। मात्र 1500 रुपये के मासिक मानदेय पर आचार्याएँ 6 से 14 वर्ष आयु के बच्चों को पंच-शिक्षा प्रदान करती हैं।
साथ ही वे गाँव की महिलाओं से विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर संवाद करती हैं, विशेष रूप से संस्कार शिक्षा पर जोर देती हैं। शर्मा ने कहा— “संस्कारहीन बच्चा कभी आदर्श नागरिक नहीं बन सकता। आज के बच्चे ही भविष्य में देश को विश्व मंच पर श्रेष्ठ स्थान पर पहुँचाएँगे।”
कार्यक्रम में दक्षिण संभाग की कार्यकारिणी के सदस्य एवं शिलचर क्षेत्र के प्रभारी सूर्य कुमार शर्मा, सामान्य सचिव सजल कांति दास, उपाध्यक्ष धनंजय तेली, रंजन सूत्रधार सहित अन्य वक्ताओं ने एकल विद्यालय अभियान द्वारा राष्ट्र निर्माण में किए जा रहे शांत, लेकिन प्रभावी कार्यों पर प्रकाश डाला।
एसओपी ‘स्नेह संबंध’ टीम ने भी अपने कर्तव्यों और दायित्वों की विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम का स्वागत भाषण शिलचर क्षेत्र महिला समिति की अध्यक्ष कंचन दास ने दिया। मुख्य अतिथि चंद्रकांता शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया, जिसके बाद दीप मंत्र, सरस्वती वंदना, गायत्री मंत्र और अंत में कल्याणी मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
इस अवसर पर विभिन्न 12 संचों की एसएसपी प्रतिनिधि भी उपस्थित रहीं।





















