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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान सिलचर के यांत्रिकी अभियांत्रिकी विभाग में पॉलिमर पर आधारित स्व-उपचार (self-healing) तथा स्व-चिकनायी (self-lubricating) युक्त कंपोजिट मटेरियल का विकास किया गया है। यह अन्वेषण कार्य साइंस एंड इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड (SERB) के अंतर्गत स्टार्टअप रिसर्च ग्रांट (फाइल संख्या SRG/2021/000956) के तत्वाधान में प्रमुख अन्वेषक डॉ. राजीव नयन गुप्ता व उनकी टीम द्वारा की गई। इस अनुदान का कार्यकाल २ वर्ष का था जो की २७ जनवरी २०२४ को पूरा हो गया।
प्रमुख अन्वेषक डॉ. गुप्ता ने बताया कि इस शोध कार्य में सॉल्वेंट इवोपेरसन तकनीकी से पॉलीसल्फोन के सतह के अंदर मॉलीब्डनम डाई सल्फाइड एवं अरंडी के तेल (आंतरिक तेल के रूप में) को भरकर माइक्रो कैप्सूल तैयार किया गया। इन माइक्रो-कैप्सूल को टाइटेनियम ऑक्साइड नैनोपार्टिकल और बांस के रेशों के साथ विभिन्न अनुपात में हाई डेंसिटी पॉलीइथेलिन में मिलाकर इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन से विभिन्न नमूनें तैयार किए गए। इन नमूनों के घर्षण व घिसाव की जांच पिन-ऑन-डिस्क मशीन से की गई तथा अनुकूलन का पता लगाया गया। इसके परिणाम बहुत हद तक सकारात्मक मिले। डॉ. गुप्ता ने बताया की इस परिणाम को ध्यान में रखते हुए यह कल्पना की जा सकती है की इसका उपयोग ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल एवं समुद्री प्रौद्योगिकी में अहम भूमिका निभा सकता है।





















