कछार, असम | भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक बार फिर बांग्लादेशी घुसपैठियों की दुस्साहसी हरकत सामने आई है। सीमावर्ती क्षेत्र कटिगढ़ा के किंनरखाल में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक जवान और दो स्थानीय नागरिकों पर बांग्लादेशी चोरों के एक गिरोह ने सामूहिक हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार, पिछले दो महीनों से भारत-बांग्लादेश सीमा पर कटाविरोधी कंटीली तार की बाड़ की मरम्मत का कार्य चल रहा है। इसी दौरान सोमवार शाम को दो बांग्लादेशी युवक अवैध रूप से भारतीय सीमा में घुस आए और बाड़ निर्माण में इस्तेमाल होने वाले लोहे के सामान चुराकर भागने लगे। मौके पर तैनात BSF जवान सईदुर रहमान ने जब उन्हें रोका, तो आरोपी सामान लेकर भागने लगे।
जवान ने जब उनका पीछा किया, तब कुछ दूरी पर पहले से घात लगाए बैठे एक बांग्लादेशी गिरोह ने उस पर धारदार हथियारों से अचानक हमला कर दिया। चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे दो भारतीय नागरिक — पवित्र मोहन दास और नीतिश रंजन देव — जब जवान की मदद के लिए आगे आए, तो हमलावरों ने उन पर भी हमला कर उन्हें लहूलुहान कर दिया।
घटना के बाद सभी हमलावर वापस बांग्लादेशी सीमा में फरार हो गए। घायल BSF जवान को कटिगढ़ा मॉडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। दोनों घायल नागरिकों की हालत भी गंभीर बताई जा रही है।
हालांकि BSF की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन कटिगढ़ा पुलिस ने घटना की पुष्टि की है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों में इस हमले को लेकर भारी आक्रोश है और उन्होंने सीमाओं की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किए जाने की मांग की है।





















