कटहल रोड में एक रात में दो घरों में चोरी, दहशत
भाषा वैज्ञानिक का हार्ड डिस्क ले गए, सोई हुई महिला के गले से चेन खींच कर ले गए, 17 दिनों में चौथी चोरी
प्रेरणा ब्यूरो शिलचर, 9 नवंबर: 17 दिनों में कटहल रोड में चौथी चोरी एक ही एरिया में, चोरों का साहस इतना बढ़ गया है की सोई हुई महिला के गले से चेन खींच के ले जा रहे हैं। चोर भाषा वैज्ञानिक डा. विशाखा दास के पूरे जीवन का परिश्रम एक्सटर्नल हार्ड डिस्क, लैपटॉप, आईपैड, जूम रिकॉर्डर, दो मोबाइल सहित और भी जरूरी सामान ले गए।
प्राप्त विवरण के अनुसार रात्रि 2:00 बजे के बाद डॉक्टर विशाखा दास के घर में, जब वे और उनके पति रामेंदु शर्मा गहरी निद्रा में सो रहे थे, चोर ग्रिल खोलकर घर में घुसे। पीछे का दरवाजा खोलकर बेडरूम में रखा हुआ ट्रक और सूटकेस बाहर ले गए उसमें से तलाशी लेकर अपनी इच्छित वस्तुएं लिए। गोदरेज खोलकर उसमें से भी तलाश किया पूरे घर में खोजबीन किया, एक्सटर्नल हार्ड डिस्क, लैपटॉप, आईपैड, जूम रिकॉर्डर, दो मोबाइल सहित और भी जरूरी सामान ले गए। चोर आराम से डॉ विशाखा दास के घर में चोरी कर निकल गए, उन लोगों को भनक तक नहीं लगी। पिछले 21 नवंबर और 4 दिसंबर को जो चोरियां हुई, ठीक उसी प्रकार से इनको भी घर में चोरी हुई है। जंगला उखाड़ कर, ग्रिल खोलकर चोर घर में घुसते हैं। चोरी के तरीके से स्पष्ट है कि चोर एक ही है। चोर इस एरिया से भली भांति अवगत है, उन्हें पता है कि कहां-कहां सीसी कैमरे लगे हुए हैं। वे कैमरे की नजर बचाकर आते और जाते हैं।
विशाखा दास के बाद नजदीक के ही सपना सिन्हा के घर में चोरों ने धावा बोला। चोरों ने जंगले का शीशा खोलकर, उसमें डंडा लगाकर दरवाजे की कुंडी खोल ली और घर में घुस गए। उनका मोबाइल लिया और सोई हुई सपना सिन्हा के गले में सोने की चेन देखकर अपने को रोक नहीं सके और चैन झटका देकर खींच लिया। सपना सिन्हा की नींद टूट गई, वह घबरा गई, बगल के रूम में उनके विकलांग पति सुब्रत सिन्हा और सास सो रही थी। उन्होंने हल्ला मचाया,चोर भाग खड़े हुए। वे चोरों के पीछे दौड़ी, किंतु चोर नौ दो 11 हो गए। सपना सिन्हा ने बताया कि कम उम्र के चोर है, दो लड़के थे, मुंह पर काला कपड़ा बंधा हुआ था, जींस पैंट और शर्ट लगाई थी। सुब्रत सिन्हा जो विकलांग है, चल फिर नहीं सकते, उन्होंने फोन से पुलिस को सूचित किया है। सपना सिन्हा ने कितनी मुश्किल से बचत करके सोने की चेन बनाई थी, चोर ले गए, वह रो रही है।
डाक्टर विशाखा दास ने रांगीरखाड़ी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस और चोरों से अपील की है कि उनके हार्ड डिस्क में बहुत जरूरी दस्तावेज है। अरुणाचल प्रदेश के एक समुदाय के भाषा के ऊपर वह काम कर रही हैं, उनके लिए अल्फाबेट तैयार करने का काम कर रही है, यह एक समुदाय के विश्वास की चीज है कृपया उसे लौटा दे। कई वर्षों की उनकी तपस्या है हार्ड डिस्क में।