शिलचर, 22 अगस्त: कन्या शिक्षा के प्रसार और बालिकाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से काछार जिला प्रशासन द्वारा शुक्रवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) शिलचर में एक विशेष एक्सपोज़र टूर का आयोजन किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग तथा मिशन शक्ति के सहयोग से आयोजित यह कार्यक्रम ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ (BBBP) परियोजना के तहत संपन्न हुआ।
इस शैक्षिक भ्रमण का मुख्य उद्देश्य छात्राओं में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी और गणित (STEM) के प्रति रुचि बढ़ाना, शोध एवं नवाचार की दिशा में उन्हें प्रेरित करना और भविष्य की शैक्षिक व व्यावसायिक संभावनाओं से अवगत कराना था।
भ्रमण की शुरुआत से पहले काछार के उपायुक्त मृदुल यादव, आईएएस ने उपस्थित छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा—
“कन्या शिक्षा के माध्यम से सशक्तिकरण केवल एक नीति नहीं, बल्कि सामाजिक प्रतिबद्धता है। विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में बालिकाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए ऐसे कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।”
उपायुक्त ने ध्वजारोहण कर कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ किया। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त (महिला एवं बाल विकास) फिलिस वी.एल. हमुनसियामी ह्रांगचाल, ए.सी.एस. तथा सहायक उपायुक्त एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपा दास, ए.सी.एस. भी उपस्थित थीं।
कार्यक्रम में शिलचर के प्रमुख सरकारी विद्यालयों की 35 छात्राओं ने भाग लिया। इनमें डी.एन.एन.के. गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल, गवर्नमेंट गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल, डॉ. बी.सी. राय मेमोरियल अकादमी और सी.एल. शेट इंस्टीट्यूट जैसे विद्यालय शामिल थे।
एनआईटी शिलचर परिसर में छात्राओं ने अत्याधुनिक शोध केंद्रों, प्रयोगशालाओं और तकनीकी सुविधाओं का अवलोकन किया। इस दौरान समाज कल्याण विभाग के अधिकारी एवं असम विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग के प्रशिक्षु भी सक्रिय रूप से शामिल रहे और छात्राओं के साथ सार्थक संवाद किया।
काछार जिला प्रशासन ने आशा व्यक्त की कि इस तरह के शैक्षिक भ्रमण भविष्य में बालिकाओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं शोध के क्षेत्र में प्रेरित करेंगे और उनके शिक्षा के माध्यम से सशक्तिकरण के लक्ष्य को मजबूत बनाएंगे।
यह जानकारी बराक घाटी के क्षेत्रीय जनसंपर्क कार्यालय, शिलचर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई।





















