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कल अतीत है, कल भविष्य है लेकिन आज एक उपहार है

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किसी कवि ने समय के बारे में क्या खूब कहा है -‘समय-समय की वार्ता, समय-समय का फेर। समय लगा दे ठाठ-बाट, जाते न लागे देर।’ इसलिए जीवन में मनुष्य को यह चाहिए कि वह सदैव समय की कद्र करे। मनुष्य जीवन में समय का बहुत बड़ा महत्व है। रविन्द्र नाथ टैगोर जी ने समय के बारे में कहा है कि -‘

तितली महीनों को नहीं बल्कि क्षणों को गिनती है और उसके पास पर्याप्त समय होता है।’ समय के महत्व को लेकर ही कहा गया है -‘आछे दिन पाछे गए, हरि से किया न हेत।अब पछताए होत क्या, चिड़िया चुग गयी खेत।।’ कहना ग़लत नहीं होगा कि समय मनुष्य जीवन का सबसे अनमोल और बेहतरीन उपहार है। समय से बलवान कोई नहीं , परंतु यह जानते हुए भी हम इसे बर्बाद करते रहते हैं। हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि इस जीव-जगत में सबकुछ समय पर निर्भर करता है। हम चाहें यह बात मानें या नहीं मानें, लेकिन समय से पहले कुछ भी नहीं होता। यदि मनुष्य के पास समय नहीं तो उसके पास कुछ भी नहीं है। वैसे ईश्वर ने सबको समान समय दिया है। आदमी को कुछ कर गुजरने के लिए समय को निकालना पड़ता है। जीतने वाले, आगे बढ़ने वालों के पास, सफलता प्राप्त करने वालों के पास कोई अलग से समय नहीं होता है। सभी के पास चौबीस घंटों का समय होता है, अब यह मनुष्य पर निर्भर करता है कि वह अपने समय का मैनेजमेंट कैसे, कब, कहां और क्यों करता है ? हमें यह चाहिए कि हम समय का मैनेजमेंट करें, क्यों कि समय की बर्बादी हमारे भविष्य को बर्बाद कर देती है। जोएल ओस्टीन कहते हैं -‘ जीवन उड़ता जा रहा है। आपके पास नकारात्मक, नाराज़ या कड़वा होने में एक मिनट भी बर्बाद करने का समय नहीं है। अगर किसी ने आपके साथ गलत किया है, तो उसे भूल जाएँ और आगे बढ़ें।’ समय प्रबंधन हमें अनुशासन और धैर्य सिखाता है। यह हमें सिखाता है कि किस प्रकार अपने कार्यों को प्राथमिकता देकर हम अपने जीवन को सुव्यवस्थित और सुंदर बना सकते हैं। समय का सही उपयोग व्यक्ति को जीवन में सफल बनाता है। इसलिए वास्तव में हमें यह चाहिए कि हम समय के साथ हर पल संवाद करें। यानी कि हमें हर पल-हर क्षण को पूरी जागरूकता के साथ जीना चाहिए, क्योंकि जब हम जागरूक होते हैं, तो समय की कीमत को बेहतर समझते हैं।चार्ल्स बक्सटन कहते हैं-‘आपको कभी भी किसी भी चीज़ के लिए समय नहीं मिलेगा। अगर आपको समय चाहिए तो आपको इसे बनाना होगा।’ यह समय ही है जो हमें धन, समृद्धि और खुशी प्रदान करता है। सबकुछ समय के हाथों में है। एकबार जब समय निकल जाता है तो लौटकर वापस नहीं आता। समय अनवरत चलता ही रहता है और कभी रूकता नहीं है। इसलिए हमें यह चाहिए कि हम हमेशा समय के प्रति जागरूक और सचेत रहें। यदि हम समय के प्रति जागरूक हैं तो इसका मतलब यह है कि हम अपने जीवन के प्रति भी जागरूक हैं। हमें यह चाहिए कि हम कभी भी अपने समय को जाया या व्यर्थ न करें। समय की महत्ता कितनी है, यह हम इन बातों से सहज ही समझ सकते हैं जैसे कि एक साल की कीमत उस विद्यार्थी से पूछिए जो कि एक्जाम में फेल हो गया है। इसी तरह से 1 महीने की कीमत उससे पूछिए जिसे पिछले महीने की सैलरी ना मिली हो। इसी प्रकार से एक हफ्ते की कीमत हास्पीटल में दिन बिताने वाले से, एक दिन की कीमत सारा दिन भूखा रहने वाले से, एक घंटे की कीमत किसी का इंतजार करने वाले से, एक मिनट की कीमत ट्रेन मिस हो जाने वाले व्यक्ति से तथा एक सैंकड की कीमत ओलंपिक में मेडल जीतने वाले से पूछनी चाहिए, जिसने कि मात्र एक सैंकड के लिए मेडल को खो दिया। समय को ‘काल’ भी कहा गया है। संस्कृत में क्या खूब कहा गया है कि -‘कालः पचति भूतानि कालः संहरते प्रजाः। कालः सुप्तेषु जागर्ति कालो हि दुरतिक्रमः।।’ अर्थात तात्पर्य यह है कि-‘काल सभी जीवो को निपुणता प्रदान करता है। वही सभी जीवो का संहार भी करता है। वह जागता रहता है जब सब सो जाते है। काल को कोई जीत नहीं सकता।’ बहरहाल, समय के बारे में हमें यह भी अपने जेहन में रखना चाहिए कि समय कभी भी एकसा नहीं रहता है। यह सदैव बदलता रहता है। कभी अच्छा तो कभी खराब। इसलिए खराब समय में दुखी नहीं होना चाहिए और अच्छे समय में बहुत अधिक खुश होने की जरूरत नहीं है। बस समय के साथ सहजता से चलते रहना चाहिए। एक बात यहां पाठकों को कहना चाहूंगा कि हम अक्सर मुश्किल समय में खुद को सांत्वना देने के लिए यह कहते हुए सुनते हैं कि “यह भी बीत जाएगा”, लेकिन हम अक्सर यह भूल जाते हैं कि यही वो पल होते हैं(यही वह समय होता है) जब हम सच में जीवन में आगे बढ़ते हैं, मजबूत होते हैं और विकसित होते हैं। समय के बारे में टिमोथी फेरिस कहते हैं-‘किसी दिन’ एक बीमारी है जो आपके सपनों को आपके साथ कब्र में ले जाएगी।’इस संसार में सबकुछ समय के अनुसार बदलता है क्योंकि, समय से कुछ भी स्वतंत्र नहीं है।हमें समय के महत्व को समझ कर उसका रचनात्मक ढंग से प्रयोग करना चाहिए, ताकि समय हमें समृद्ध, हमारे जीवन को खुशहाल करें। समय हमारे जीवन का सबसे मूल्यवान संसाधन, जिसे न तो संचित किया जा सकता है और न ही पुनः प्राप्त किया जा सकता है। हमें यह याद रखना चाहिए कि समय का सदुपयोग सफलता की कुंजी है, जबकि इसका दुरुपयोग असफलता और पछतावे का कारण बनता है। समय का सही सदुपयोग हमें हमारे लक्ष्यों व मंजिल तक पहुंचाता है। बिल कीन कहते हैं कि -‘ कल अतीत है, कल भविष्य है, लेकिन आज एक उपहार है। इसीलिए इसे वर्तमान कहा जाता है।’कहना ग़लत नहीं होगा कि समय का सही प्रबंधन ही जीवन का सही मार्गदर्शन है।जॉर्ज हर्बर्ट समय के बारे में क्या खूब कहते हैं -‘इंतजार मत करो; समय कभी भी ‘बिल्कुल सही’ नहीं होगा। आप जहां खड़े हैं, वहीं से शुरू करें और अपने पास मौजूद किसी भी साधन के साथ काम करें, और जैसे-जैसे आप आगे बढ़ेंगे, बेहतर साधन मिलते जाएंगे।’ अंत में, यही कहूंगा कि हमें समय का हमेशा सम्मान करना चाहिए, क्यों कि समय ही जीवन की सच्ची पूंजी है।फ्रैंकलिन फील्ड ने क्या खूब कहा है कि -‘सफलता और असफलता के बीच की महान विभाजक रेखा को पाँच शब्दों में व्यक्त किया जा सकता है: ‘मेरे पास समय नहीं था।’(लेख मौलिक और अप्रकाशित है।)

सुनील कुमार महला, फ्रीलांस राइटर, कालमिस्ट व युवा साहित्यकार, उत्तराखंड।

मोबाइल 9828108858/9460557355

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