नव गठित दक्षिण असम चाय युवा संस्था के संयोजक राजदीप राय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा आज काछाड़ जिला आयुक्त को एक ज्ञापन दिया गया। इस ज्ञापन के द्वारा यह मांग किया गया कि काछाड़ जनपद की आधिकारिक जालस्थल (वेबसाइट) के अंतर्गत भाषाई जनसांख्यिकी (डेमोग्राफिक्स) में हिंदीभाषियो की जनसंख्या का भी उल्लेख रहनी चाहिए। वर्तमान में इस जालस्थल में काछाड़ जिला में निवास कर रहे है सभी भाषिक समुदायों का नाम है किंतु जनसंख्या के आधार पर काछाड़ में दूसरे सबसे बड़े भाषिक समुदाय होने के पश्चात भी हिंदीभाषियो का विवरण नही रहना एक दुखद घटना है। यह हिंदीभाषियो के संग स्पष्ट रूप से भेदभाव किया जा रहा हैं। ज्ञापन के द्वारा यह भी मांग किया गया कि जिले के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाले उल्लेखनीय नामों में चाय बागान श्रमिकों के नाम भी सम्मान के साथ रहना चाहिए। उदाहरण के रूप में १९३९ ई. में घटित अरूणाबंद आंदोलन जिसके व्यक्ति विशेष में नाम रहना चाहिए गंगादयाल दीक्षित , केरा ग्वाला, राम प्रसाद चौबे आदि।
काछाड़ जिला आयुक्त के अनुपस्थिति में अतिरिक्त जिला आयुक्त युवराज बोरठाकुर को ज्ञापन दिया गया। प्रतिनिधिमंडल में थे सुमित राय, जयदीप यादव एवं हिंदीभाषी युवा मंच के अध्यक्ष राजन कुँवर। संस्था की ओर से उन्हें अनुरोध किया गया कि तीन दिन के भीतर उक्त जालस्थल में हिंदीभाषियो की संख्या लिखने के लिए।




















