26 जनवरी की सायं काल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तथा मंगलदोई से सांसद दिलीप सैकिया की उपस्थिति में काछाड़ भाजपा ने प्रबुद्ध नागरिकों के साथ घोषणा पत्र के विषय में सुझाव का आदान प्रदान किया। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कविंद्र पुरकायस्थ को बगल में बैठा कर दिलीप सैकिया ने प्रबुद्ध नागरिकों से विचार-विमर्श किया। सभा का शुभारंभ जिला अध्यक्ष कौशिक राय के प्रास्ताविक वक्तव्य से हुआ। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम को जितना महत्व दिया है। इसके पहले किसी ने नहीं दिया, उसी प्रकार हमारे मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनवाल ने पिछले 5 वर्षों में 25 बार बराक घाटी की यात्रा करके बता दिया कि हम वास्तव में बराक और ब्रह्मपुत्र का समन्वय करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने असम को इतना महत्व दिया की पहली बार किसी को असम से राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया।
दिलीप सैकिया ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि असम सरकार ने बराक घाटी को इतना महत्व दिया है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वयं यहां के वरिष्ठ पत्रकार अतीन दास को सम्मानित किया। उन्होंने बराक और ब्रह्मपुत्र के समन्वय पर जोर देते हुए कहा कि नेताजी की जयंती पूरे असम में और लाचित बरफुकन की जयंती बराक घाटी के गांव गांव में क्यों नहीं मनाई जा सकती। उन्होंने कहा कि शारदीय पूजा ब्रह्मपुत्र वैली में और बिहू का आयोजन बराक वैली में करके बराक और ब्रह्मपुत्र का समन्वय किया जाएगा। हमारी सरकार स्थानीय भाषा और संस्कृति को प्रधानता देगी। महा सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण किया जाएगा।
बराक घाटी में एक कृषि विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा। एक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल भी प्रारंभ किया जाएगा। मिनी सचिवालय भी जल्द से जल्द प्रारंभ हो जाए, इसकी प्रक्रिया चल रही है। कुंभीरग्राम एयरपोर्ट वायु सेना का है, इसलिए एक सिविल एयरपोर्ट की तैयारी की जा रही है। चाय बागानों की भूमि पर अनाकांक्षित लोगों का अतिक्रमण रोका जाएगा और उपयुक्त लोगों को भूमि का पट्टा दिया जाएगा। अनुप्रवेश और स्मगलिंग को रोकने के लिए बॉर्डर मैनेजमेंट को और शक्तिशाली बनाया जाएगा। असम विश्वविद्यालय में असमिया विभाग शुरू किया जाएगा। स्थानीय भाषा के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए एक भाषा शोध संस्थान शुरू किया जाएगा। तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की स्थानीय आधार पर नियुक्ति दी जाएगी। डी वोटर की समस्या से मुक्ति दिलाएंगे, उन्नयन की धारा को तीव्र करने के लिए सड़क मार्ग, हवाई मार्ग और रेल मार्ग इनको तीव्रतर किया जाएगा। बराक और ब्रह्मपुत्र के समान उन्नयन की योजना रहेगी।
दिलीप सैकिया के वक्तव्य के पश्चात उपस्थित बुद्धिजीवियों ने एक पर एक सुझाव की झड़ी लगा दी। सब का आग्रह था कि विधानसभा चुनाव के लिए जारी किए जाने वाले घोषणा पत्र में उनका सुझाव सम्मिलित किया जाए। राष्ट्रभाषा एवं चाय जनगोष्टी उन्नयन मंच के मुख्य संयोजक दिलीप कुमार ने चाय जनगोष्टी के मेडिकल में एंट्रेंस पास करने के बावजूद 8 छात्रों का एडमिशन रद्द किए जाने को अन्याय पूर्ण कार्रवाई बताते हुए, इस पर पुनर्विचार करने की मांग की तथा 2018 में मंच द्वारा आयोजित महारैली में की गई मांगों को दोहराते हुए एक लिखित ज्ञापन दिलीप सैकिया के हाथों में प्रदान किया। प्रबुद्ध नागरिकों द्वारा प्रस्तुत सुझाव में मुख्य रूप से शिलचर में फ्लाईओवर, मास्टर ड्रेनेज प्रोजेक्ट, जीसी कॉलेज को डीम्ड यूनिवर्सिटी, शिलचर में इनकम टैक्स कमिश्नरी, बाईपास को अति शीघ्र पूर्ण करना, कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार लाना, बराक घाटी के बेरोजगारों के लिए विशेष योजना, नया उद्योग शुरू करने के लिए सस्ती जमीन उपलब्ध कराना, खादी ग्राम उद्योग आयोग का कार्यालय फिर से शिलचर में शुरू करना, बराक घाटी में हाईकोर्ट की बेंच स्थापित करना, फॉरेस्ट एरिया को अतिक्रमण मुक्त करना, पंजाब और उत्तर प्रदेश के सामान यहां भी न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करना, बराक घाटी में आईटी हब, शिलचर के निकट बराक बेली के सौंदर्य वृद्धि के लिए योजना आदि सुझाव शामिल थे।
शिलचर के सांसद डा. राजदीप राय ने महा सड़क और शिलचर बाईपास पर सफाई देते हुए कहा कि काम चल रहा है, वादे के अनुसार निर्धारित समय के भीतर काम पूरा किया जाएगा।
सभा में उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में शिलचर के विधायक दिलीप कुमार पाल, उधारबंद के विधायक मिहिर कांति सोम, काठीघोड़ा के विधायक अमर चंद जैन, भाजपा के विभाग संगठन मंत्री नित्य भुषण दे, अमिय कांति दास, योगेंद्र सिंहा, पार्थो चंद्र, तैमूर राजा चौधरी, बिभुतिभूषण गोस्वामी, अरिजीत आदित्य, उदय शंकर गोस्वामी, सुभ्रांसू शेखर भट्टाचार्य, अनिल जैन, प्रदीप पटवा, सुरेंद्र सिन्हा, कृपा नारायण राय, चंदन दे, राजेश दास, झलक चक्रवर्ती, बापी दत्ता, अमितेश चक्रवर्ती आदि शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन कणाद पुरकायस्थ ने किया।