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काछाड़ में उर्वरक वितरण पर प्रशासन सख्त, व्यापार में पारदर्शिता बढ़ाने हेतु विक्रेताओं को POS मशीनें वितरित

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शिलचर, 29 जुलाई: काछाड़ जिला प्रशासन ने उर्वरक वितरण प्रणाली को अधिक पारदर्शी, जवाबदेह और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक अहम पहल की है। ब्रह्मपुत्र वैली फर्टिलाइज़र कॉरपोरेशन लिमिटेड (BVFCL) के सहयोग से मंगलवार को शिलचर में एक विशेष वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें जिले के विभिन्न उर्वरक विक्रेताओं को औपचारिक रूप से पॉइंट ऑफ सेल (POS) मशीनें प्रदान की गईं।

इस अवसर की अध्यक्षता अतिरिक्त जिला आयुक्त (कृषि) श्री रक्तिम बरुआ (ACS) ने की। कार्यक्रम में BVFCL के प्रतिनिधि, कृषि विभाग के अधिकारी, उर्वरक विक्रेता और अन्य हितधारक उपस्थित थे।

तकनीक से पारदर्शिता और जवाबदेही
अपने मुख्य संबोधन में ADC रक्तिम बरुआ ने कहा, “POS मशीनों का वितरण एक परिवर्तनकारी कदम है। इससे उर्वरक की आपूर्ति प्रक्रिया में रियल-टाइम निगरानी, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी। यह न केवल व्यापार को सुगम बनाएगा बल्कि किसानों को भी लाभान्वित करेगा।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उर्वरकों की ढुलाई या बिक्री में किसी भी तरह की अनियमितता या सरकारी दिशा-निर्देशों से विचलन को सहन नहीं किया जाएगा।

विक्रेताओं की समस्याओं पर प्रशासन गंभीर
जिला कृषि अधिकारी डॉ. ए. आर. अहमद ने इस पहल को “नीति-आधारित तकनीकी हस्तक्षेप” बताते हुए कहा कि “यह केवल तकनीकी अपडेशन नहीं, बल्कि यह सुनिश्चित करने की नीति है कि सरकार की सब्सिडी और सहायता बिना किसी देरी या विकृति के वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंचे।” उन्होंने यह भी कहा कि विभाग विक्रेताओं की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है और ज़मीनी स्तर पर बेहतर क्रियान्वयन के लिए सुझावों का स्वागत करता है।

खुले मंच पर संवाद, समस्याओं का समाधान
कार्यक्रम में उपस्थित उप मंडलीय कृषि अधिकारी डॉ. आर. चक्रवर्ती, उर्वरक नोडल अधिकारी श्री मृण्मय नाथ और BVFCL के वरिष्ठ अधिकारियों ने विक्रेताओं को सरकार की नई नीतियों, लॉजिस्टिक गाइडलाइंस और आचार संहिता की जानकारी दी।

खुले मंच पर विक्रेताओं ने अपनी समस्याएं और सुझाव भी साझा किए, जिनका अधिकारियों ने समाधानात्मक उत्तर देते हुए भरोसा दिलाया कि सरकार हर समस्या को गंभीरता से ले रही है और कड़ी निगरानी के साथ व्यवस्था को पारदर्शी बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

नीतियों और किसानों के बीच सेतु बनेगा यह कदम
यह पहल प्रशासन और कृषि क्षेत्र के हितधारकों के बीच दूरी को कम करने और ज़मीनी स्तर पर योजनाओं के प्रभावी और न्यायसंगत क्रियान्वयन की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

यह जानकारी क्षेत्रीय जनसंपर्क कार्यालय, बराक घाटी ज़ोन, शिलचर (असम) द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है।

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