आज सुबह 7:30 बजे सभी स्ट्रांग रूम क्लोज हो गए। स्ट्रांग रूम की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पहला सीआरपीएफ, दूसरा पुलिस और तीसरा मजिस्ट्रेट के द्वारा। पिरिआडिकली स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए cctv से समीक्षा होती रहेगी। उपरोक्त जानकारी देते हुए जिलाधिकारी श्रीमती किर्ति जौल्ली ने काछाड़ जिले में नेट्रिप और धनेहरी कि दो घटनाओं को छोड़कर मतदान पर्व सफलतापूर्वक संपन्न होने पर मतदान कर्मियो विशेष कर महिला मतदान कर्मी, तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी तथा ड्राइवर आदि के प्रति जिलाधिकारी ने विशेष आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि मतदान प्रक्रिया में लगे 14000 कर्मियों के 1 महीने रहने और खाने की व्यवस्था एक बड़ा काम सकुशल संपन्न हुआ।
नेट्रिप और धनेहरी की घटनाओं को एक बड़ी साजिश करार देते हुए जिलाधिकारी ने इसकी जांच करने और दोषियों को दंडित करने के लिए घोषणा की। आज जिलाधिकारी के सभाकक्ष में पत्रकारों के साथ बात करते हुए श्रीमती जोली ने कहा कि नेट्रिप के बाहर जिस ईवीएम की गाड़ी को रोका गया, उसमें अनयूज्ड, अनपोल्ड, ब्लैंक ईवीएम जो रिजर्व के रूप में रखा जाता है, वह था। सातों विधानसभा क्षेत्रों में प्रॉब्लम होने पर इबीएम रिप्लेस करने के लिए रिजर्व ईवीएम रखा गया था, उसे वापस जमा देने के लिए सेक्टर ऑफिसर लेकर आ रहे थे। हमारे ऑफिसर और मतदान कर्मियों के साथ मारपीट की गई गाड़ी पर दी गई। पूरी घटना में साजिश की बू आ रही है, इसकी गहराई से जांच होगी और दोषियों को दंडित किया जाएगा।
एक मीडिया कर्मी ने दावा किया कि उसके पास वीडियो फुटेज है, जिसमें शिलचर के एक निर्दल प्रत्याशी के समर्थक ईवीएम तोड़फोड़ कर रहे हैं। एसपी ने कहा कि सभी फोटोस और एविडेंस एकत्रित करके उचित कार्रवाई की जाएगी। नेट्रिप और धनेहरी की घटना में पोलिंग वाले ईवीएम से कोई संपर्क नहीं था। धनेहरी में घटना पोलिंग सेंटर के बाहर हुई, रूम में ईवीएम सेफ था। प्रिजाइडिंग ऑफिसर ने पथराव होने पर बीबीपेट क्लोज कर दिया, तब तक 77 प्रतिशत मतदान हो चुका था।
शिलचर विधानसभा में 74.55, उधारबंद विधानसभा में 79.02, बड़खोला 81.10, काठीघोड़ा 85.71, धोलाई 78.13, सोनाई 79.30 तथा लखीपुर में 74.03 प्रतिशत मतदान हुआ।