शिलचर, 3 जुलाई —
आशंका आखिरकार सच साबित हुई। कछार जिले के भांगारपार क्षेत्र में हरांग नदी की तेज धार में बह गया अस्थायी बांस का पुल, जिससे एक बार फिर लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
स्थानीय विधायक और मंत्री कौशिक राय के आश्वासन के बाद, भंग हो चुके पुराने पुल के स्थान पर हाल ही में अस्थायी रूप से यह बांस का साको बनाया गया था ताकि लोगों को आवागमन में राहत मिल सके। लेकिन बुधवार सुबह हरांग नदी की प्रचंड जलधारा में वह पुल भी टूट गया और बह गया।
अब फिर से ग्रामीणों के सामने नदी पार करने की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। लोग सवाल उठा रहे हैं — आख़िर कब बनेगा वह बेली ब्रिज, जिसकी घोषणा काफी पहले की जा चुकी है? प्रशासन की ओर से बेली ब्रिज निर्माण की बातें तो कई बार हुईं, लेकिन आज तक न तो निर्माण सामग्री पहुंची और न ही काम की शुरुआत हुई।
लोगों का धैर्य अब टूटता जा रहा है। क्या यह भी एक और टूटा हुआ वादा साबित होगा? या फिर प्रशासन इस बार गंभीर होकर हरांग नदी पर स्थायी बेली ब्रिज का निर्माण कर लोगों को राहत दिलाएगा — यही अब देखने की बात है।
(प्रेरणा भारती दैनिक के लिए विशेष रिपोर्ट)





















