प्रे.स. शिलचर, 16 फरवरी: काछार पुलिस ने चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने खुद को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का सदस्य बताते हुए एक निर्माण कंपनी के कर्मचारी से 10 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की थी।
कछार के पुलिस अधीक्षक नोमल महतो ने बुधवार को शिलचर में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में इस सनसनीखेज मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 21 फरवरी की रात करीब 9:30 बजे झंडू इंफ्राटेक लिमिटेड के एक कर्मचारी को अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। धमकी में कहा गया कि तय समय के भीतर रकम नहीं देने पर कंपनी को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, चार गिरफ्तार
मामले की गंभीरता को देखते हुए काछार पुलिस ने काठीघोड़ा थाने में केस संख्या 10/2025 दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस टीम ने छापेमारी करते हुए कालाइन इलाके से दो संदिग्धों अलेक उद्दीन (25) और अमीर उद्दीन को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी काठीघोड़ा के गुमरा इलाके के मकेंपुर गांव के निवासी हैं।
मुख्य आरोपी बख्तर हुसैन को उसके साथियों से मिली जानकारी के आधार पर मेघालय पुलिस की मदद से मेघालय के जैंतिया हिल्स के रायमबाई गांव से गिरफ्तार किया गया। बख्तर हुसैन मूल रूप से सोनाई के सुंदरी ब्लॉक-2 का रहने वाला है। पुलिस ने उसके एक अन्य साथी शमसीर उद्दीन बरभुइया को भी हिरासत में लिया है।
मोबाइल और सिम कार्ड बरामद, जांच जारी
पुलिस जांच के दौरान मुख्य आरोपी के पास से फिरौती के लिए इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किया गया। एसपी नोमल महतो ने कहा कि इस मामले में आगे की जांच जारी है और पुलिस अन्य संभावित संदिग्धों की तलाश कर रही है।
(अपराध से जुड़ी कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। कछार पुलिस आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह सतर्क है।)





















