पूर्व महासचिव आजमल हुसैन लश्कर ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष से मांगा जवाब
शिलचर, 6 मई: काछार जिले में 49 क्षेत्रीय पंचायत सीटों और दो जिला परिषद सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी क्यों नहीं उतार सकी — इस सवाल को लेकर जिला कांग्रेस के भीतर ही गहरी नाराजगी और असंतोष उभर कर सामने आया है। सोमवार रात को अपने आवास पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला कांग्रेस के पूर्व महासचिव आजमल हुसैन लश्कर ने खुलकर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए और जिला कांग्रेस अध्यक्ष अभिजीत पाल से स्पष्ट जवाब मांगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों के चयन में भारी धांधली हुई है। पार्टी के उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई और इस कारण जनता के बीच कांग्रेस की साख को ठेस पहुंची है।
आजमल लश्कर ने पूछा कि क्या भाजपा को ‘वॉकओवर’ देने के उद्देश्य से ही कांग्रेस ने कई सीटों पर प्रत्याशी नहीं उतारे? उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि टिकट वितरण में जिला कमेटी ने ब्लॉक और मंडल स्तर के नेताओं को क्षेत्रीय पंचायत के प्रत्याशी चुनने की छूट क्यों दी।
उन्होंने कहा, “पार्टी के प्रत्याशी तय करने में पीएसी समिति को तीन दिन क्यों लगे? क्या इतने महत्वपूर्ण चुनाव में इतनी शिथिलता उचित थी?”
लश्कर ने आरोप लगाया कि जिला कांग्रेस नेतृत्व केवल कुर्सी पर बैठकर पार्टी नहीं चला सकता। “जमीनी स्तर पर जनसंपर्क मजबूत करना होगा, वरना पार्टी कमजोर होती चली जाएगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस इस बार पंचायत चुनावों में अपने प्रभाव वाले कई क्षेत्रों में जनसभा तक आयोजित नहीं कर सकी। यहां तक कि अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में भी पार्टी की छवि धूमिल हुई है, जिससे पार्टी प्रत्याशियों को लोगों का समर्थन जुटाने में काफी मुश्किलें हुईं।
पूर्व महासचिव ने जिला अध्यक्ष से यह स्पष्ट करने की मांग की कि पार्टी के कार्यों में उठे इतने सारे सवालों का अब तक जवाब क्यों नहीं दिया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पार्टी नेतृत्व अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करता, तो कांग्रेस को आगामी चुनावों में और भी कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।




















