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नई दुल्हन की तरह सजी थी तारालांग्सू कार्बी सांस्कृतिक स्थली,
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु जी हिन्दी में भर्चुवली रखी भाषण, कही यह कार्बी कल्चरल महोत्सव असम में ही नहीं पूरे भारत के कल्चरल कलेंडर में जगह बना चुका है,
समापन सांस्कृतिक संध्या में मशहुर गायक मोहित चौहान गायकी का विखेरा जलवा,
उर्मिला चौहान, खेरनी, 20जनरवरी 2024: कार्बी युवक-युवतियों के लिए एक अति आंदित करने वाला उत्सव कार्बी यूथ फेस्टिवल 2024 (कार्बी युवा महोत्सव) हमेशा की तरह अपने निर्धारित माह और तिथि से जनवरी में पालन किया गया वह भी चार दिन की जगह आठ दिनों तक पालन किया गया। जिसका औपचारिक रूप से शुप्रारंभ 13 जनवरी को हुआ और रंगारंग भव्य सांस्कृतिक संध्या के साथ 19 जनवरी को समापन हुआ। इस बार कार्बी युवा महोत्सव 2024(यूथ फेस्टिवल) को एक अलग अंदाज में पालान किया गया। क्योकि यह यूथ फेस्टिवल अपना गौरवमय पचास साल पूरा होने पर स्वर्ण जयंती रूप में पालन किया गया।
कार्बी युवा महोत्सव का गौरवमय संवर्ण जयंती के प्रथन दिन जयंती झंडा उत्तोलन कर व विशाल कार्बी जातिय विभिन्न संस्कृतिक झांकी के साथ एक प्रभात सांस्कृतिक शोभा यात्रा निकाल कर की गई। उक्त सांस्कृतिक शोभा यात्रा में कार्बी जातिय संस्कृति झांकी के अलावा अन्य जाति-समुदाय के विभिन्न संस्कृतिक झांकीयाँ भी शामिल रही।उसके बाद अन्य कई कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। उक्त युवा महोत्सव के उद्घाटन समारोह, प्रभात सांस्कृतिक शोभा यात्रा व अन्य कार्यक्रमों में के उद्घाटन मौके पर कार्बी कल्चरल सोसाईटी (केसीएस) के अध्यक्ष चन्द्रसिंग क्रो, केसीएस व विभिन्न कार्बी जातिय समिति के पदाधिकारियों के साथ कार्बी आंग्लोंग स्वायत्त शासित जिला परिषद (काक) के मुख्य कार्यवाही सदस्य डॉ.तुलीराम रंग्हांग, एमपी हरेनसिंग बे, विधायक दरसिंग रंग्हांग, बिद्यासिंग इंग्लैंग, रूपसिंग तेरन, डाॅ. मोमिन, काक चेयरमेन रीतेश इंग्ही सहित काक के सभी कार्यकारी सदस्य,एमएसीगण, उच्च पदाधिकारी, आंत्रित अतिथिगण आदि लोग उपस्थित रहे व कार्यक्रम में भाग लिए।
ज्ञात हो कि कार्बी युवा महोत्सव 2024 स्वर्ण जयंती समारोह के छठवें दिन एक विशाल जन सभा का आयोजन किया गया। उक्त छठवें दिन मुख्य अतिथि के रूप में भारत के राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु जी को महोत्सव का ऐतिहासिक रूप से साक्षी बनना था लेकिन कार्बी आंग्लोंग के पहाड़ों पर घने बादलों के कारण अचानक मेघालय से डिफू का उनका दौरा रद्द कर दिए जाने के कारण महोत्सव का साक्षी नहीं बन पायी। हलांकि उन्हें देखने और सुनने के लिए लोगों का उमड़ा जन शैलाब घंटों तक इंतजार भी किया। उक्त दिन शाम को मेघालय से राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु जी का हिन्दी में दिए गए भर्चुवल भाषण तारालाग्सू महोत्सव स्थलि के खुले मंच से प्रसारीत किया गया। उन्होंने उपने भाषण के शुरूआत में ही सभी को स्वर्ण जयंती की हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि मुख्य मंत्री डाॅ.हिमंत विश्व शर्मा जी द्वारा इस महोत्सव में आने का निमंत्रण दिया तो सहज ही महशुस हुआ कि इस महोत्सव में उन्हें जाना ही है। उन्होंने यह भी दुहराई कि यह कार्बी कल्चरल महोत्सव असम में ही नहीं पूरे भारत के कल्चरल कालेंडर में जगह बना चुका है और जनजातियों के लुप्त होती जा रही संस्कृति को बचाए रखने में यह कार्बी युवा महोत्सव अहम भूमिका निभा रहा है आदि कई महत्वपूर्ण बातें कही। ग्यात हो कि उक्त प्रसारण के बाद सांस्कृतिक संध्या में विशेष अतिथि के रूप में मुख्य मंत्री की पत्नि रीनकी भूईयां शर्मा भी उपस्थित रही साथ में मुख्य मंत्री डाॅ. हिमंत विश्वशर्मा, कार्बी आंग्लोंग स्वायत्त शासित जिला परिषद (काक) के मुख्य कार्यवाही सदस्य डॉ.तुलीराम रंग्हांग आदि लोग उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि कार्बी युवा महोत्सव 2024 के स्वर्ण जयंती समारोह के अंतिम दिन शाम को भारत के मशहुर गायक मोहित चौहान उपस्थित रहे तथा उनकी गायकी का जलवा के साथ आठ दिन तक चला महौत्सव का सफल समापन हुआ।
ज्ञात हो कि कार्बी युवा महोत्सव उत्तर पूर्व के सबसे पुराने और महत्वपूर्ण जनजातीय त्योहारों में से एक माना जाता है। यह त्यौहार कार्बी आंग्लोंग जिले के डिफू शहर के पास कार्बी पीपल्स हॉल और बड़े तारालंग्सू उद्यान में आयोजित किया जाता रहा है रहा है। प्रत्येक साल यह 15 फरवरी से 19 फरवरी तक पालन किया जाता है। लेकिन इस साल कार्बी युवा महोत्सव गौरवयम 50 वां स्वर्णिय वर्ष पालन होने के चलते यह महोत्सव 12 जनवरी से 19 जनवरी 2024 तक यानी कुल आठ दिनों तक आयोजन किया गया। इस कार्बी युवा महोत्सव में कार्बी जनजाति समुदाय के साथ ही विभिन्न जाति-समुदाय के लाखों युवक-युवतियां, बच्चे-बुढ़े, पुरूष- महिलाएं विभिन्न पोषाकों से सज धज कर उक्त महोत्सव स्थलि को आतें हैं।
जिले में रहने वाले प्रत्येक जाती-जनगोष्टि की पारंपरिक संस्कृति को प्राथमिकता देकर तारालांग्सू में आयोजन होने वाले “कार्बी यूथ फेस्टिवल” जाति- संस्कृति की दुनिया में एक अलग पहचान हासिल करने में सफल रहा हैं। इस बार भी विभिन्न शिल्पग्राम, विभागीय प्रदर्शनी मैदान, बाजार घर, खेल मैदान, जातीय घर, जातीय नृत्य एवं कला प्रदर्शनी (अचेथाई), बच्चों के मनोरंजनस्थलि, इको-पार्क के साथ ही 827 बीघें में फैला तारालांग्सू उद्यान व कार्बी पिपुल्स हाॅल को विभिन्न लाइटिंग, साज-सज्जा एवं पेंट से दुल्हन की तरह सजाया गया था।