काठीघोड़ा, 16 जुलाई: “आपने सही सुना!” – यह वाक्य ही इस घटना को बयां करता है, जो पुलिस महकमे की साख पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। असम के कछार ज़िले के काठीघोड़ा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत स्थित कालाइन थाने में एक चौंकाने वाली चोरी की घटना सामने आई है। और सबसे हैरानी की बात यह कि इस मामले में संलिप्तता के आरोप में खुद एक पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया गया है।सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पहले कालाइन पुलिस ने एक अवैध रूप से बर्मी पोस्ता दाना से भरी हुई लॉरी को जब्त किया था। ज़ब्त की गई पोस्ता दाना को थाने में पुलिस की निगरानी में रखा गया था। लेकिन बाद में पता चला कि वहां से कई बोरियाँ पोस्ता दाना रहस्यमय तरीके से गायब हो गईं। इस चोरी की खबर फैलते ही थाने में हड़कंप मच गया और तत्काल जांच शुरू की गई।जांच के दौरान शक की सुई पुलिसकर्मी काजल महंत की ओर घूमी, जिसे बाद में गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
लेकिन मामला यहीं नहीं थमता। यह घटना अब कई सवालों को जन्म दे रही है। चर्चाओं का बाज़ार गर्म है कि क्या इस चोरी की घटना का कोई संबंध पुलिसकर्मी अलीमुद्दीन की रहस्यमय मृत्यु से भी है? लोग जानना चाहते हैं कि कहीं इस पूरे मामले के पीछे इलाके के चर्चित सिंडिकेट माफिया – जाबिर, समीर और साकिल जैसे नाम तो नहीं हैं?
स्थानीय सूत्रों का यह भी कहना है कि घटना के कुछ दिन पहले कालाइन थाने में कुछ संदिग्ध लोगों के साथ गुप्त बैठक भी हुई थी। अब सवाल उठता है – क्या उस बैठक का इस चोरी से कोई संबंध है?
हालांकि डर के कारण ज़्यादातर लोग खुलकर कुछ बोलने से बच रहे हैं, लेकिन वे यह ज़रूर मांग कर रहे हैं कि मामले की निष्पक्ष और गहन जांच हो, ताकि सच सामने आ सके।
यह घटना केवल एक चोरी नहीं, बल्कि कानून-व्यवस्था और पुलिस की जवाबदेही पर एक बड़ा सवाल बन चुकी है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले की तह तक पहुंचता है या फिर यह भी किसी फाइल में दबकर रह जाएगा।




















