असम- अक्षय तृतीया के पवित्र दिन तदनुसार, 10.05.2024 को न्यायविभाग के सहयोग से व्याकरण विभाग, कुमार भास्कर वर्म संस्कृत एवं पुरातन अध्ययन विश्वविद्यालय, नलबाड़ी, असम ने "वर्णोच्चरण प्रक्रिया" विषय पर एकदिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया। विशिष्ट वक्ता के रूप में समाहूत काशी हिंदू विश्वविद्यालय के व्याकरण विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष आचार्य भगवत शरण शुक्ल ने अपने व्याख्यान में वर्णमाला के उच्चारण में होने वाली संभावित त्रुटियों के बारे में विस्तार से बताया। श्री शुक्ल ने व्याख्यान में विद्यार्थियों की जिज्ञासा भी शांत की। दीप प्रज्जवलित कर वैदिक मंगलाचरण के साथ कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। इसके अनन्तर अपने उद्घाटन भाषण में विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य प्रह्लाद आर. जोशी महोदय ने हाल के दिनों में उच्चारण संबंधी त्रुटियों पर आयोजित इस व्याख्यान की प्रशंसा की। व्याकरण विभाग के अध्यक्ष एवं आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन केंद्र के निदेशक डॉ. चिरंजीवी अधिकारी ने सभी अतिथियों का वाचिक स्वागत किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव(प्रभारी) डॉ. श्री विकाश भार्गव शर्मा, परीक्षा नियंत्रक(प्रभारी) डॉ. रणजीत कुमार तिवारी ने भी व्याख्यान की प्रासंगिकता पर बल दिया। कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन न्याय विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजीव लोचन शर्मा ने किया। व्याख्यान में संस्कृत साहित्य विभाग, संस्कृत वेदाध्ययन विभाग, सर्वदर्शन विभाग, न्याय विभाग, राजनीति
विज्ञान विभाग और असमिया विभाग के प्राध्यापक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में 100 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया।
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- Admin
- May 11, 2024
- 1:55 pm
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कुमार भास्कर वर्म संस्कृत एवं पुरातन अध्ययन विश्वविद्यालय, नलबाड़ी में एकदिवसीय व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन
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